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प्रीपेड ऑटो सेवा इंटरनेट से जुड़ेगी

दिल्ली में चल रहे सभी 19 प्रीपेड ऑटो बूथ जल्द ही इंटरनेट से जुड़ जाएंगे। इसके अलावा 20 नई जगहों पर भी यह सेवा शुरू होगी। मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन और नए बनने वाले बस अड्डे के पास नए प्रीपेड ऑटो बूथ...

प्रीपेड ऑटो सेवा इंटरनेट से जुड़ेगी
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 29 Aug 2014 01:33 PM
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दिल्ली में चल रहे सभी 19 प्रीपेड ऑटो बूथ जल्द ही इंटरनेट से जुड़ जाएंगे। इसके अलावा 20 नई जगहों पर भी यह सेवा शुरू होगी। मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन और नए बनने वाले बस अड्डे के पास नए प्रीपेड ऑटो बूथ खोले जाएंगे।

बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में प्रीपेड ऑटो सेवा करीब 900 स्थानों तक पहुंचती है। फिलहाल यह सेवा मैनुअल तरीके से चल रही है। यात्री और ऑटो चालकों को हाथ से लिखी पर्ची दी जाती है। प्रीपेड बूथ पर रिकॉर्ड की फाइलों को संभालना मुश्किल हो रहा है। इस वजह से अब प्रीपेड सेवा को इंटरनेट से जोड़ने की योजना बनाई गई है। इस बाबत अगले सप्ताह टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

इसका फायदा यह रहेगा कि अब पहले से कहीं अधिक संख्या में यात्री प्रीपेड ऑटो सेवा का उपयोग कर सकेंगे। किसी यात्री के साथ ऑटो चालक ने र्दुव्यवहार किया है या ज्यादा किराया वसूला है तो वह रिकॉर्ड चंद सेकेंड में ट्रैफिक पुलिस तक पहुंच जाएगा। किसी भी सूरत में ऑटो चालक बच नहीं सकेगा।

इसके अलावा सभी प्रीपेड बूथों पर तीन शिफ्ट में स्टाफ काम करेगा। इनमें एक इंचार्ज और दो सहायक रहेंगे। यात्रियों को प्रीपेड सेवा लेने या उसके इस्तेमाल में कोई दिक्कत न हो, इसलिए हर शिफ्ट में कम से कम एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी प्रीपेड बूथ पर तैनात किया जाएगा।

अच्छा नहीं है ऑटो चालकों का रिकॉर्ड: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे 90 स्थानों की पहचान की थी, जहां पर ऑटो चालक खूब मनमानी करते हैं। इनमें चलने से मना करना, यात्रियों के साथ र्दुव्यवहार और ज्यादा किराया वसूलना आदि शामिल है। इनमें मैक्स मुलर मार्ग चौराहा, हेमिल्टन मार्ग, अलक नंदा रोड, नेहरू प्लेस, इंडिया गेट का सी-हेक्सागन, कमला नगर, प्रेस एंक्लेव, नेल्सन मंडेला मार्ग, राजा गार्डन, विकास मार्ग लाजपत नगर मार्केट, साकेत मेट्रो स्टेशन, सरोजनी नगर मार्केट, ग्रीन पार्क मेट्रो स्टेशन, छत्तरपुर मेट्रो स्टेशन, मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन, कालकाजी मेट्रो स्टेशन और हौजखास मेट्रो स्टेशन आदि शामिल हैं।

ई-चालान जैसा उपकरण मिलेगा
प्रीपेड सिस्टम हाइटेक होने के बाद बूथकर्मियों को ई-चालान जैसा उपकरण मिलेगा। इससे कर्मचारी बूथ में न बैठकर बाहर कहीं भी खड़े होकर इस सेवा का संचालन कर सकेंगे। बूथकर्मी जब चालकों के बीच में रहेंगे तो यात्री मौके पर उन्हें दिक्कतों के बारे में बता पाएंगे।

ऑटो चालकों को भी राहत
इस सेवा से जुड़ने वाले ऑटो चालकों को भी काफी राहत मिलेगी। एक तो उन्हें सवारी के चक्कर में दिनभर दौड़ना नहीं पड़ेगा और दूसरा वे पांच-छह घंटे में औसतन एक हजार से ज्यादा की कमाई कर सकते हैं। फिलहाल ऑटो चालक 14 घंटे में औसतन पांच-छह सौ रुपये ही कमा पाते हैं।

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