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पुलिस भर्ती में अनसुलझी रह गई चिप की कहानी

पहले पुलिस भर्ती में चिप की दिक्कत और अबकि बार कटऑफ लिस्ट में धांधली। दोनों ही मामलों में शासन के कान में जू नहीं रेंगी। चिप वाली धांधली में अधिकारियों ने लिखापढ़ी भी की थी लेकिन सब कुछ बेनतीजा...

पुलिस भर्ती में अनसुलझी रह गई चिप की कहानी
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 27 Mar 2015 12:49 AM
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पहले पुलिस भर्ती में चिप की दिक्कत और अबकि बार कटऑफ लिस्ट में धांधली। दोनों ही मामलों में शासन के कान में जू नहीं रेंगी। चिप वाली धांधली में अधिकारियों ने लिखापढ़ी भी की थी लेकिन सब कुछ बेनतीजा निकला।

बीते साल पुलिस भर्ती में फिजिकल टेस्ट में पैर में लगाने के लिए जिन चिपों का इस्तेमाल हुआ था। उनमें से कई ऐसी थीं जो कि सॉफ्टवेयर के साथ मैच नहीं कर रही थीं। यानी एक राउंड पूरा होने पर कम्प्यूटर पर दिखता नहीं था। इसके लिए उस दौरान परीक्षा में मौजूद सीओ ने तीन मोटरसाइकिलों में छह जवानों को बैठाया, जिनमें से एक के पैर पर चिप बांधी गई थी। मोटरसाइकिलों ने ग्राउंड का चक्कर लेना शुरू किया। फिजिकल टेस्ट में ग्राउंड के 25 चक्कर लगाने होते थे। ऐसे में एक मोटरसाइकिल ने जब 27 चक्कर लगा लिए तब कम्प्यूटर पर 25 चक्कर लगाए गए।

सीओ ने इस गड़बड़ी को लेकर शासन में कई सारे पत्र भेजे थे, लेकिन उन पत्रों का कोई नतीजा नहीं निकला। सीओ ने इसकी रिपोर्ट बनाकर नोडल एसपी को दी और एसपी ने भी शासन के साथ पत्राचार किया, मगर शासन की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया। उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

उच्च न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे छात्र
कानपुर। इस बार भर्ती मामले में कट ऑफ लिस्ट में जो धांधली हुई है। उसे लेकर छात्रों ने विधानसभा पर धरना और उसके बाद उच्च न्यायालय में रिट दाखिल करने की बात कही है। शहर में मौजूद छात्रों ने दूसरे जिले के छात्रों से सम्पर्क साधना शुरू कर दिया है। एक से दो दिन में सभी छात्र लखनऊ में इकट्ठा होकर विधानसभा पर धरना देंगे। छात्रों का कहना था कि  शासन को वादा करने से पहले सोचना चाहिए था। उन्होंने वादे तो बड़े-बड़े कर दिए मगर भ्रष्ट सिस्टम को सम्भालने में असफल रहे हैं।

 

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