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फोन नंबर के भरोसे स्कूलों की सुरक्षा

पाकिस्तान के स्कूल में फिदायीन हमले के बाद राजधानी के स्कूलों में सुरक्षा कड़ी करने की बात कही गई थी। स्पेशल सीपी ने मंगलवार को सभी स्कूलों की छुट्टी के समय पुलिस तैनात करने का निर्देश दिया था।...

फोन नंबर के भरोसे स्कूलों की सुरक्षा
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 17 Dec 2014 06:39 PM
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पाकिस्तान के स्कूल में फिदायीन हमले के बाद राजधानी के स्कूलों में सुरक्षा कड़ी करने की बात कही गई थी। स्पेशल सीपी ने मंगलवार को सभी स्कूलों की छुट्टी के समय पुलिस तैनात करने का निर्देश दिया था। स्पेशल सीपी के आदेश के एक दिन बाद भी वास्तविकता इसके उलट थी। सिर्फ मोबाइल नंबर देकर सुरक्षा की खानापूर्ति की गई। पेश है हेमंत कुमार पांडेय की रिपोर्ट:

दो कांस्टेबल हालचाल पूछकर चले गए
समय : 11 : 00
स्थान: एमसीडी प्राइमरी स्कूल, गांधी विहार

स्कूल का मुख्य प्रवेश द्वार खुला हुआ था। प्रवेश द्वार पर कोई सिक्योरिटी गार्ड नहीं था। संवाददाता बिना किसी रोकटोक के स्कूल परिसर के अंदर प्रवेश कर गया। परीक्षा खत्म हो गई थी और मैदान में बच्चे खेल रहे थे। सुरक्षा के बारे स्कूल के कार्यवाहक प्राचार्य जुल्फिकार अली ने बताया कि तिमारपुर पुलिस चौकी से दो कांस्टेबल आए थे।

कांस्टेबल अपना मोबाइल नंबर दे गए हैं और किसी भी समस्या पर तुरंत फोन करने के लिए कहा है। शिक्षक ने बताया कि एसएचओ ने एक दो दिन में बैठक करने की बात कही है लेकिन छुट्टी में सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं किए गए हैं। यहां निजी सुरक्षाकर्मी भी नहीं थे।

पुलिस हालचाल पूछ कर चली गई
समय: 12:00
स्थान: गवर्नमेंट ब्यॉज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मुखर्जीनगर

स्कूल का प्रवेश द्वार बंद था। स्कूल के अंदर प्रवेश पहचान पत्र दिखाने के बाद करने दिया गया। स्कूल में कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था। स्कूल के प्रधानाचार्य जुगुल किशोर ने बताया कि मुखर्जीनगर चौकी से कुछ पुलिसकर्मी आए थे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद वे अपना फोन नंबर दे कर चले गए। प्राचार्य ने बताया कि गैर सरकारी संस्थाएं कभी कभी सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराती हैं। फिलहाल वह भी नहीं है। स्कूल के आसपास कोई भी पुलिसकर्मी नहीं था।

थाने के पास ही सुरक्षा नहीं
समय : 12:40
स्थान: राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय, जीटीबी नगर

जब संवाददाता इस स्कूल के प्रवेश द्वार पर पहुंचा वहां छुट्टी हो गई थी। स्कूल का प्रवेश द्वार खुला हुआ था और संवाददाता बिना किसी रोकटोक के अंदर प्रवेश कर गया। प्रवेश द्वार के आसपास कहीं भी पुलिसकर्मी नहीं थे। जबकि सौ मीटर दूर ही मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन है। स्कूल की प्रधानाचार्या ने कहा कि उनसे पुलिस के किसी अधिकारी ने संपर्क किया था। उन्होंने पेशावर की घटना के बारे में अनिभिज्ञता जाहिर की और सुरक्षा कड़ी करने पर पूछा कि क्या गणतंत्र दिवस की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है।

निजी सुरक्षा कर्मियों के भरोसे स्कूल
समय - 2:00
स्थान: आंध्रा सोसायटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डीडीयू मार्ग

जब संवाददाता स्कूल पहुंचा तो वहां बच्चों की छुट्टी हो गई थी। पुलिस मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर इस स्कूल पर ही स्पेशल सीपी के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रहीं थीं। कहीं भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। स्कूल की सुरक्षा चंद निहत्थे निजी सुरक्षा कर्मियों के भरोसे थी। मामूली खानापूर्ति के बाद स्कूल में प्रवेश करने दिया गया। स्कूल की कार्यावहक प्रधानाचार्य के दुर्गा ने कहा कि पुलिस विभाग ने पेशावर की घटना के बाद किसी तरह से हमसे संपर्क नहीं किया है। उन्होंने किसी भी पुलिस कांस्टेबल के आने से भी इंकार किया है।

मेटल डिटेक्टर खराब, सुरक्षा कर्मी नहीं
समय : 2:30
स्थान : बालभवन

मानव संसाध विकास मंत्रालय द्वारा संचालित बाल भवन के प्रवेश द्वार पर संवाददाता बिना किसी रोकटोक के प्रवेश कर गया। प्रवेश द्वार के आसपास कोई पुलिसकर्मी नहीं था। अंदर जाने पर खुद को सिक्योरिटी ऑफिसर बताने वाले एसएन शर्मा ने संवाददाता को रोका। परिचय देने पर बताया कि मेटल डिटेक्टर खराब है और उनके कार्यालय में रखा गया है। कांस्टेबल समय-समय पर आते रहते हैं।

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