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कोसी संकट: 44 हजार लोगों ने किया पलायन

कोसी नदी में लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण बिहार में बन रही बाढ़ की स्थिति पर केंद्र की पैनी नजर है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। वहीं, प्रधानमंत्री...

कोसी संकट: 44 हजार लोगों ने किया पलायन
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 04 Aug 2014 08:00 PM
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कोसी नदी में लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण बिहार में बन रही बाढ़ की स्थिति पर केंद्र की पैनी नजर है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल यात्रा पर रवाना होने से पहले इस संकट से निपटने में नेपाल तथा बिहार सरकार को यथा संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं।

राज्य सरकार ने बाढ़ से प्रभावित होने वाले जिलों से करीब 44 हजार लोगों को निकाल लिया है। केंद्र सरकार ने इस प्रक्रिया को और तेज करने का अनुरोध करते हुए किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, केंद्रीय जल आयोग अचानक पानी छोड़े जाने के संभावित असर का कंप्यूटर से आकलन करने में जुटा है।

जारी बयान के मुताबिक, गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से टेलीफोन पर बातचीत की और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। राजनाथ ने मुख्यमंत्री को स्थिति से निबटने के लिए हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि जिन इलाकों में कोसी नदी के खतरे के निशान के ऊपर चढ़ने की आशंका है, वहां पहले ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें भेज दी गई हैं।

107 राहत कैंप बनाए
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को बताया कि बिहार में 107 राहत कैंप और 30 मवेशी कैंप लगाए गए हैं जिनमें लोगों को कोसी की बाढ़ का पानी कम होने तक रहने को कहा गया है। सुपौल, सहरसा, खगडिया, मधुबनी, कटिहार एवं दरंभगा में नदी किनारे के इलाकों में लाउडस्पीकर से उद्घोषणा करके लोगों से समय रहते सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा जा रहा है। 

खाली कराने के आदेश
बिहार-नेपाल की सीमा के पास बाढ़ के मंडराते खतरे को देखते हुए बिहार सरकार ने राज्य के नौ जिलों में नदी और इसके किनारों के बीच रहने वाले लोगों को जबरन क्षेत्र खाली कराने के आदेश दिए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव अनिरूद्ध कुमार ने बताया, हमने आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधान लागू किए हैं ताकि कोसी के खतरे वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को जबरन खाली कराया जा सके। अब तक हमने 44 हजार लोगों को बाहर निकाला है लेकिन 60 हजार से ज्यादा लोग अब भी नदी और इसके किनारों पर रह रहे हैं। कोसी के आसपास रह रहे 4.25 लाख लोग प्रभावित होंगे। हम उन सभी को हटाने का प्रयास कर रहे हैं।

2010 में नहीं ली थी मदद
कोसी नदी में 2010 में आई भीषण बाढ़ के वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी की तरफ से भेजी गई मदद को बिहार ने लौटा दिया था। रविशंकर से यह सवाल पूछे जाने पर उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इस वक्त यह प्रश्न उचित नहीं है। यह मिलकर काम करने का समय है।

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