फोटो गैलरी

Hindi Newsइटखोरी महोत्सव, देवघर श्रावणी मेला राजकीय समारोह घोषित

इटखोरी महोत्सव, देवघर श्रावणी मेला राजकीय समारोह घोषित

गुरुवार को इटखोरी महोत्सव के उद्घाटन के साथ ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर और इटखोरी महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा देने की घोषणा की। 22 फरवरी को कैबिनेट में इससे संबंधित प्रस्ताव पास करा लिया...

इटखोरी महोत्सव, देवघर श्रावणी मेला राजकीय समारोह घोषित
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 19 Feb 2015 07:55 PM
ऐप पर पढ़ें

गुरुवार को इटखोरी महोत्सव के उद्घाटन के साथ ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर और इटखोरी महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा देने की घोषणा की। 22 फरवरी को कैबिनेट में इससे संबंधित प्रस्ताव पास करा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इटखोरी दो साल में देश-विदेश में चर्चित पर्यटन स्थल बनेगा। इसे बौद्ध सर्किट से जोड़ने का भी प्रयास किया जाएगा।

राज्य सरकार इसके विकास के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले सड़क को दुरुस्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अगले छह माह में एक लाख लोगों को नौकरी दी जाएगी। इसके तहत 34 हजार शिक्षक, चार हजार दारोगा, 10 हजार पुलिस सहित अन्य विभागों में लोगों को नियुक्ति होगी।

पर्यटन के अलावा उद्योग-धंधों के द्वार भी खुलेंगे। लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, उग्रवाद के नाम पर चल रही गुंडागर्दी को समाप्त कराना, राज्य में शांति और सुशासन लाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह रघुवर नहीं, बल्कि उनके दास हैं। उसी अनुरूप राजकाज चलाएंगे। प्रधानमंत्री और उनकी योजना फिर से भारत को विश्व गुरु बनाने की है।

कार्यक्रम में करमापा के प्रतिनिधि, दिगंबर जैन न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन, सांसद सुनील कुमार सिंह, औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह,धनबाद के विधायक राज सिन्हा, बरही विधायक मनोज कुमार यादव, चतरा विधायक जयप्रकाश सिंह भोक्ता, भंते तिस्सावरो, भद्रकाली कॉलेज के संस्थापक सचिव कुमार यशवंत नारायण सिंह, आईजी, डीआईजी, कमिश्नर, डीसी अमित कुमार, एसपी सुरेन्द्र कुमार झा सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे। इससे पूर्व सीएम ने मां भद्रकाली की पूजा-अर्चना की।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें