भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
हरियाणा में दस साल के दौरान की गई जमीन अधिग्रहण की भाजपा जांच करवाएगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक अनिल विज ने इसके संकेत दिए हैं। विज ने कहा कि जांच कराई जाएगी कि जिस उद्देश्य के लिए जमीन का...
हरियाणा में दस साल के दौरान की गई जमीन अधिग्रहण की भाजपा जांच करवाएगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक अनिल विज ने इसके संकेत दिए हैं। विज ने कहा कि जांच कराई जाएगी कि जिस उद्देश्य के लिए जमीन का अधिग्रहण किया, वह जमीन उसी कार्य के लिए इस्तेमाल की गई है या नहीं।
जमीन अधिग्रहण के मामले में पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा विवादों में रह चुके हैं। वाड्रा डील मामला तो अभी भी हुड्डा के गले का फांस बना हुआ है। गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा प्रदेश में जमीन अधिग्रहण को लेकर चर्चा में रहे। गुड़गांव में राबर्ट वाड्रा को जमीन दिए जाने के मामले ने तो तूल ही पकड़ रखा है।
चकबंदी के महानिदेशक अशोक खेमका ने वाड्रा को जमीन दिए जाने को लेकर कड़ी आपति जताई थी और रजिस्ट्रेशन रद्द करने के आदेश दिए। मामले को लेकर सरकार ने खेमका को चकबंदी विभाग के हटाकर बीज निगम में लगा दिया था। अशोक खेमका ने सरकार पर उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया था। इसके बाद सरकार ने खेमका को चार्जसीट कर दिया।
बाद में मामले ने इतना तूल पकड़ा कि अन्य पार्टीयां खेमका के समर्थन में आ गई। अभी हाल में ही गुड़गांव के उपायुक्त ने वाड्रा को जमीन दिए जाने को सही बताया।
अधिकारियों में मचा हड़कंप
सत्ता बदलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला का कहना है कि प्रदेश में जमीन घोटाला इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा। इस घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने करोडों रुपये का घोटाला है। हुड्डा शासन काल में भी इनेला व भाजपा जमीन अधिग्रहण को लेकर जांच की मांग करती रही थी। अनिल विज के बयान से अधिग्रहण से जुड़े अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।