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मेलरों ने संथाल में ट्रेनें रोकी

मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा ने सोमवार को संताल में जगह-जगह ट्रेनें रोकी। जामताड़ा के पास इंटरसिटी एक्सप्रेस पर पथराव किया, जिसमें ड्राईवर सहित 6 पैसेंजर घायल हो गए। मेलरों ने जामताड़ा स्टेशन से...

मेलरों ने संथाल में ट्रेनें रोकी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 22 Sep 2014 08:03 PM
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मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा ने सोमवार को संताल में जगह-जगह ट्रेनें रोकी। जामताड़ा के पास इंटरसिटी एक्सप्रेस पर पथराव किया, जिसमें ड्राईवर सहित 6 पैसेंजर घायल हो गए। मेलरों ने जामताड़ा स्टेशन से चार किमी दूर बेना फाटक के समीप लगभग आठ घंटे तक रेल चक्का जाम रखा।

इस दौरान लगभग दो हजार आंदोलनकारियों ने बैद्यनाथधाम-आसनसोल इएमयू तथा बैद्यनाथधाम-हटिया इंटरसिटी ट्रेन पर पोल संख्या 254/26 के समीप पथराव किया। जिसमें इंटरसिटी ट्रेन के सहायक चालक सहित छह यात्री घायल हो गए। आंदोलनकारियों ने बैद्यनाथधाम-हटिया डाउन इंटरसिटी ट्रेन को आठ घंटे रोके रखा। दोपहर ढाई बजे उपायुक्त चन्द्रशेखर तथा एसपी नागेन्द्र चौधरी के बीच संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधियों की सकारात्मक वार्ता हुई। जिसके बाद आंदोलनकारी शांत हुए और चक्का जाम समाप्त हुआ।
 
सुबह छह बजते ही आंदोलनकारी संघ के महामंत्री वीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में बेना फाटक के समीप जुटने लगे थे। इस दौरान पुलिस ने आंदोलनकारियों को फाटक के समीप जाने से रोका। मौके पर पुलिस तथा आंदोलनकारियों के बीच कहा सुनी होने लगी। इसी दौरान बैद्यनाथधाम-आसनसोल पैसेंजर ट्रेन को बेना फाटक के समीप से गुजरता देख आंदोलनकारियो ने ट्रेन पर पथराव किया।

सभी प्रदर्शनकारी हाथ में लाल झंडा, तलवार, फरसा, टांगी, तीर-धनुष सहित अन्य हथियार लेकर केन्द्र तथा राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे और फिर ट्रैक पर ही बैठ गए। लगभग साढे़ छह बजे बैद्यनाथधाम-इंटरसिटी ट्रेन को आता देखकर आंदोलनकारी लाल झंडा दिखाकर ट्रेन को रुकवाने का प्रयास किया। परंतु ट्रेन के नहीं रुकने पर उनलोगों ने ट्रेन पर पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद ट्रेन रुक गई। पथराव में ट्रेन के सह चालक घायल हो गए।

ट्रेन रुकने के बाद आंदोलनकारी ट्रेन के सामने खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। उनलोगों ने मेलर जाति (घटवार, खैतोरी, भूईया, पहाडिम्या जाति) को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग को लेकर नारेबाजी की। उधर, पाकुड़ में भी प्यादापुर के फ्लाई ओवर के पास मेलरों ने रेलवे ट्रैक को घंटों जाम कर प्रदर्शन किया और रेलवे ट्रैक को पांच घंटा जाम रखा।

इस दौरान दोनों दिशाओं में ट्रेनों का परिचालन सुबह 9:15 से दोपहर 2:40 तक पूरी तरह ठप रहा। मेन लाईन के साथ-साथ लोटामारा की ओर जाने वाली रेल ट्रैक को भी जाम कर दिया। जिससे कोयला व पत्थर ढुलाई का काम भी बाधित हो गया।

कौन-कौन ट्रेनें रद्द हुई :-
चक्का जाम कार्यक्रम के कारण दर्जनों ट्रेनें जहां तहां रुकी रहीं। हैदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस आठ घंटे जामताडम स्टेशन पर खड़ी रही। वहीं बाघ एक्सप्रेस कसियाटांड़ हॉल्ट पर लगभग सात घंटे खड़ी रही। पटना-धनबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस, जनशताब्दी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, जसीडीह-कोलकाता फास्ट पैसेंजर, आसनसोल-झाझा पैसेंजर को कैंसिल कर दिया गया।
सियालदह-मुजफ्फरपुर फास्ट पैसेंजर एवं खडम्गपुर-दुमका एक्सप्रेस आसनसोल से ही लौट गई। अंडाल-जसीडीह सितारामपुर से वापस लौट गई। वहीं पूर्वा एक्सप्रेस को धनबाद होकर दिल्ली भेजा गया।

कहां-कहां रुकी रही ट्रेन:-
डाउन लाइन में बैद्यनाथधाम-हटिया बेना रेलवे फाटक के निकट, काठगोदाम-हावड़ा काशीटांड़, बैद्यनाथधाम-आसनसोल इएमयू मदनकप्ता, सीतामढ़ी-कोलकाता मधुपुर, जसीडीह कोलकाता जसीडीह, अमृतसर-हावड़ा मधुपुर, दानापुर-टाटा झाझा, सिकन्दराबाद-दरभंगा जामताडम, आसनसोल-झाझा चितरंजन में घंटो खड़ी रही।

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