फोटो गैलरी

Hindi Newsछात्रों को नजदीकी परीक्षा केंद्र मिलेगा

छात्रों को नजदीकी परीक्षा केंद्र मिलेगा

दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के छात्र अब नजदीकी और पसंद का परीक्षा केंद्र चुन सकेंगे। विभाग वार्षिक परीक्षा के लिए उनकी प्राथमिकता के अनुसार केंद्र आवंटित करेगा। फिलहाल केंद्र...

छात्रों को नजदीकी परीक्षा केंद्र मिलेगा
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 16 Sep 2014 11:45 AM
ऐप पर पढ़ें

दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के छात्र अब नजदीकी और पसंद का परीक्षा केंद्र चुन सकेंगे। विभाग वार्षिक परीक्षा के लिए उनकी प्राथमिकता के अनुसार केंद्र आवंटित करेगा। फिलहाल केंद्र आवंटन की नीति में नजदीकी केंद्रों को प्राथमिकता नहीं दी जाती है। एसओएल के वरिष्ठ अधिकारी और विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के सदस्य ने बताया कि इस बाबत अंतिम फैसला कर लिया गया है। नये सत्र की परीक्षा से इसे लागू कर दिया जाएगा।

छात्रों से परीक्षा फॉर्म में नजदीकी 10 केंद्रों की जानकारी मांगी जाएगी। उनसे प्राथमिकता पूछी जाएगी। उसके आधार पर केंद्र आवंटित किए जाएंगे। हालांकि, अधिकारी ने साफ किया कि चूंकि हजारों छात्रों की पंसद एक हो सकती है, ऐसी स्थिति में बताए गए 10 केंद्र में से कोई भी दिया जा सकता है। इसका फैसला ‘पहले आओ पहले पाओ’ की तर्ज पर होगा यानी जो पहले परीक्षा फॉर्म भरकर आवेदन कर देगा उसे पहले वो केंद्र मिलेगा।

एसओएल फिलहाल पांच लाख से अधिक छात्र स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। इन्हें स्कूल और कॉलेज के तौर पर केंद्र दिए जाते हैं।

जिले के केन्द्रों को ही पसंद कर सकेंगे: ये ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म होंगे। इसमें छात्र उसी जिले के केंद्रों को पसंद कर सकेंगे जिस जिले में वे रहते हैं। यदि कोई छात्र पूर्वी दिल्ली में रहता है और किसी कारणवश पश्चिमी दिल्ली में केंद्र चाहता है तो उसे खारिज कर दिया जाएगा। बहरहाल, फॉर्म में हर जिले के केंद्र की सूची होगी।

इसी सूची में से केंद्रों का चुनाव करना होगा। यह व्यवस्था अनिवार्य नहीं होगी। हालांकि, इसके दायरे में स्नातक और स्नातकोत्तर के सभी कोर्स के छात्र आएंगे। फिलहाल दाखिला देते समय आवेदन फॉर्म में छात्रों से जिले की जानकारी ली जाती है।

लेकिन यह जानकारी केवल अध्ययन केंद्र आवंटित करने के लिए ली जाती है। इसके मुताबिक उनकी वहां कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, मगर इसमें अध्ययन केंद्रों का चुनाव करने का विकल्प नहीं दिया जाता। अब विकल्प मिलने से छात्रों को आसानी होगी।

दाखिला प्रक्रिया खत्म छुट्टियों में लगेंगी कक्षाएं
स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में दाखिला प्रक्रिया 15 सितंबर को खत्म हो गई। इसके बाद अब विलंब शुल्क के साथ भी किसी छात्र का दाखिला नहीं होगा। विभागीय सूत्रों ने बताया कि लगभग एक लाख चालीस हजार छात्र-छात्राओं ने स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिला लिया। त्योहारों की छुट्टियों में स्नातक प्रथम वर्ष की कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी।

70 फीसदी कक्षाएं ऑनलाइन लगेंगी
तमाम कोर्स की कक्षाएं शनिवार-रविवार और छुट्टियों के दौरान आयोजित की जाती हैं। हर साल देखने में आता है कि सैकड़ों छात्रों की कक्षा एक केंद्र में आयोजित होती है। आलम यह है कि हॉल में नॉर्थ कैंपस में लगीं कक्षाओं में छात्रों को बैठने तक की जगह नहीं मिली थी। अधिकतर बाहर खड़े होकर सुन रहे थे। इस बाबत ‘हिन्दुस्तान’ ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इस स्थिति को देखते हुए अब विभाग 70 फीसदी कक्षाओं को ऑनलाइन आयोजित करेगा। इसमें ऑनलाइन लेक्चर होंगे। वेबसाइट के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी। छात्र www.elearning.sol.du.ac.in पर जाकर घर बैठे शिक्षकों द्वारा पढ़ाए जा रहे विषयों को लाइव देखकर समझ सकेंगे। इसके अलावा उनके रिकॉर्डिड वीडियो अपलोड होंगे। यही नहीं, उनका लिंक छात्रों के एसओएल द्वारा बनाए गए ई-मेल आईडी पर भेजा जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें