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पढ़ाई के साथ छात्र करेंगे नौकरी

आईआईटी दिल्ली में इनोवेशेन को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही इंडस्ट्रीयल रिसर्च पार्क खुलेगा। इसमें दुनियाभर की कंपनियां, आईआईटी के शिक्षक और छात्र एक साथ इनोवेशन और शोध करेंगे। खास बात यह है कि कैंपस...

पढ़ाई के साथ छात्र करेंगे नौकरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 30 Sep 2014 10:27 AM
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आईआईटी दिल्ली में इनोवेशेन को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही इंडस्ट्रीयल रिसर्च पार्क खुलेगा। इसमें दुनियाभर की कंपनियां, आईआईटी के शिक्षक और छात्र एक साथ इनोवेशन और शोध करेंगे। खास बात यह है कि कैंपस में ही छात्रों को इन कंपनियों में पार्ट टाइम नौकरी मिलेगी।

रिसर्च पार्क बनाने का मसौदा फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (फिट) ने तैयार किया है। फिट संस्थान की इनोवेशन का काम देखने वाली आधिकारिक संस्था है। फिट से जुड़े प्रोफेसर अनिल वाली ने बताया कि आईआईटी मद्रास के रिसर्च पार्क की तर्ज पर दिल्ली में पार्क बनेगा।

योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उधर, मैकेनिकल विभाग के प्रो. पीवीएम राव का कहना है कि पार्क में विभिन्न क्षेत्र की कंपनियों को परिसर उपलब्ध कराया जाएगा। वे शोध के लिए अपनी यूनिट खोलेंगी। छात्र कंपनियों के साथ इन यूनिट में शोध करेंगे। इस दौरान उन्हें कंपनियां पार्ट टाइम नौकरी पर भी रखेंगी।

हार्वर्ड और स्टेनफर्ड से सीखा
दुनिया के नामी विश्वविद्यालय में शुमार हार्वर्ड और स्टेनफर्ड यूनिवर्सिटी में रिसर्च पार्क की सबसे पहले शुरुआत हुई। सबसे बड़ा और आधुनिक रिसर्च पार्क स्टेनफर्ड यूनिवर्सिटी का है। 2008 से 2010 मार्च तक अमेरिका की सॉफ्टवेयर कंपनियों के उत्पाद में इस पार्क में हुए शोध से 10 गुना इजाफा हुआ। इन विश्वविद्यालयों के अनुभव के बाद आईआईटी मद्रास में इसकी शुरुआत की गई।

कंपनी के अधिकारी पढ़ा सकेंगे
इससे जुड़ने के लिए कंपनियों को पंजीकरण कराना होगा। उन्हें किराये पर परिसर उपलब्ध होंगे। इससे इतर आईआईटी छात्रों को  बाजार की बारीकी सिखाने के लिए कंपनी से जुड़े शीर्ष अधिकारियों का सहयोग लेगी। अधिकारी बतौर शिक्षक पार्ट टाइम पढ़ा सकेंगे। बीटेक, एमटेक व पीएचडी स्तर पर पार्ट टाइम कोर्स में वैज्ञानिकों के साथ पढ़ाने का अवसर होगा।

छात्र सीधे जुड़ेंगे कंपनी से
अब तक सिर्फ छात्र विभिन्न समूह में शिक्षकों के दिशानिर्देश में शोध को अंजाम देते रहे हैं। लेकिन इसमें छात्र सीधे कंपनियों की परियोजनाओं से जुड़े सकेंगे। आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क के सीओओ राजेंद्र मुथा का कहना है कि इनोवेशन के क्षेत्र का अगल चरण रिसर्च पार्क है। जो छात्र बेहतर करेंगे उन्हें कैंपस में ही पार्ट टाइम नौकरी का अवसर मिलेगा।

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