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कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं को सौंपेगी अहम जिम्मेदारी

दिल्ली में कभी भी चुनाव कराए जाने की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने संगठन को चुनावी तैयारियों के लिहाज से मजबूत बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस कड़ी में हाशिए पर पहुंच चुके पार्टी के पुराने...

कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं को सौंपेगी अहम जिम्मेदारी
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 24 Jul 2014 08:42 PM
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दिल्ली में कभी भी चुनाव कराए जाने की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने संगठन को चुनावी तैयारियों के लिहाज से मजबूत बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस कड़ी में हाशिए पर पहुंच चुके पार्टी के पुराने वरिष्ठ नेताओं को अहम जिम्मेदारी देने की योजना है। इनमें सिख दंगा मामलों के कारण दरकिनार किए गए पूर्व सांसद सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर के अलावा दिल्ली सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे डां. एके वालिया शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार युवा नेताओं को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपे जाने के बाद अलग थलग महसूस कर रहे वरिष्ठ नेताओं को उनके अनुभव के मुताबिक अहम जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इसकी शुरुआत डां. वालिया से हो गई है। कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें संभावित मध्यावधि चुनाव के मद्देनजर पार्टी का घोषणापत्र बनाने की जिम्मेदारी दी है। साथ ही वह पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट भी तैयार करेंगे। जिसकी झलक घोषणा पत्र में दिखाई देगी।

ज्ञात हो कि पूर्ववर्ती शीला दीक्षित सरकार में 15 साल तक डां. वालिया बतौर मंत्री राजस्व, चिकित्सा और उच्च शिक्षा सहित अन्य अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। शीला सरकार के महत्चपूर्ण कार्यों का हवाला देकर सरकार की उपलब्धियों को उजागर कर भविष्य की कार्ययोजना बताने वाले विजन डॉक्यूमेंट पर ही कांग्रेस का घोषणापत्र आधारित होगा। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान के समक्ष दीक्षित की अगुवाई में फिर से चुनाव लड़ने की मांग उठने के साथ ही वैकल्पिक नामों की दौड़ में डा. वालिया भी शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर दीक्षित को दिल्ली की राजनीति में वापस लाने की मांग के साथ इसका विरोध भी शुरू हो गया है। पार्टी के नेता भीष्म शर्मा ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर दीक्षित को ही कांग्रेस की हार के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी वापसी की मांग का विरोध किया है। ज्ञात हो कि मंगलवार को कांग्रेस विधायक मतीन अहमद और आसिफ मोहम्मद खान ने गांधी से मुलाकात कर दीक्षित की अगुवाई में मध्यावधि चुनाव लड़ाने की मांग की थी।

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