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बिहारः बंद फ्लैट में सीखते थे बम बनाना

बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी के एमआईजी सेक्टर-12 के तीसरे तल्ले के बंद फ्लैट में अक्सर जश्न का माहौल रहता है। बंद रूम में अकसर 8-10 लड़के आते थे। चार घंटे कमरे में रहने के बाद लड़के रूम को बंद कर चले...

बिहारः बंद फ्लैट में सीखते थे बम बनाना
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 31 Mar 2015 01:04 AM
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बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी के एमआईजी सेक्टर-12 के तीसरे तल्ले के बंद फ्लैट में अक्सर जश्न का माहौल रहता है। बंद रूम में अकसर 8-10 लड़के आते थे। चार घंटे कमरे में रहने के बाद लड़के रूम को बंद कर चले जाते थे। इस बात का खुलासा फ्लैट के सामने रहने वाली एक महिला ने पुलिसिया पूछताछ में की।

तीसरे तल्ले के जिस फ्लैट में टाइम बम बलास्ट हुआ। उसमें आए दिन अश्लील गाने बजते थे। उस फ्लैट में जाने वाले लड़कों के हाथ में शराब की बोतलें रहती थीं। एक साथ कई बम मिलने से कयास लगाया जा रहा है कि उस रूम में बम बनाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। जो बम फटा है, वह ज्यादा शक्तिशाली नहीं था। इस कारण नुकसान कम हुआ है। पुलिस को मिले तीन अन्य बम ज्यादा शक्तिशाली हैं। सूत्रों की मानें तो अमूमन इस तरह के शक्तिशाली बम माओवादी व आतंकवादी इस्तेमाल करते हैं। अगर बरामद तीनों बम ब्लास्ट हो जाते तो बड़ा हादसा हो सकता था।

शिक्षक का है फ्लैट
फ्लैट में रहने वाले अन्य लोगों के मुताबिक वह फ्लैट नालंदा के शिक्षक हेमंत कुमार के नाम पर बुक है। उनका बेटा कुंदन कुमार यहां अक्सर आता-जाता था। उसके साथ कई लड़के भी आते थे। चार-पांच घंटे रूम में रहने के बाद वे लोग चले जाते थे। वहीं पुलिस के अनुसार फ्लैट में रहने वाले ज्यादातर लोग अवैध रूप से रह रहे हैं। उनका सत्यापन किया जा रहा है।

छत फांदकर भागे युवक
फ्लैट में रहने वालों के मुताबिक बम फटने से पहले रूम में कुंदन के अलावा चार और युवक भी थे। बम फटने के बाद दो लड़के छत के रास्ते फांदकर भाग निकले और दो लड़के सीढ़ी के रास्ते नीचे उतरकर बाइक से फरार हो गए। कुंदन अकेले ही भागा। पुलिस कुंदन के चार साथियों की तलाश कर रही है।

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