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केश गिरते हैं, आयुर्वेद अपनाएं

आजकल बाल गिरने की समस्या काफी बढ़ रही है। सारे उपचार कई बार कारगर साबित नहीं होते। वैकल्पिक उपचार के रूप में आप आयुर्वेद का सहारा ले सकते हैं, जो अपनी प्राकृतिक खूबियों के कारण अचूक साबित होता है,...

केश गिरते हैं, आयुर्वेद अपनाएं
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 21 Mar 2014 02:00 PM
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आजकल बाल गिरने की समस्या काफी बढ़ रही है। सारे उपचार कई बार कारगर साबित नहीं होते। वैकल्पिक उपचार के रूप में आप आयुर्वेद का सहारा ले सकते हैं, जो अपनी प्राकृतिक खूबियों के कारण अचूक साबित होता है, बता रहे हैं पब्लिक हेल्थ इंस्टिटय़ूट (सुलभ इंटरनेशनल) के वैद्य विपिन कुमार

आधुनिक दौर में आकर्षक व्यक्तित्व सभी की चाह है और हमारे बाल हमारे व्यक्तित्व को खासा प्रभावित करते हैं। यदि बाल स्वस्थ और घने हों तो व्यक्तित्व में निखार ला देते हैं। पर आज की जीवनशैली व प्रदूषित वातावरण में यह बहुत मुश्किल हो गया है। आपके भी बाल में आपकी पसंद के अनुरूप नहीं हैं तो आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर अपने बालों को खूबसूरत बना सकते हैं।

बाल गिरने या झड़ने के कई कारण होते हैं। इसलिए इनको रोकने के लिए सबसे पहले उसका कारण ढूंढ़कर  उसके मुताबिक उपचार किया जाना चाहिए। आजकल बाल गिरने के चार मुख्य कारण देखे जा रहे हैं।

डैंड्रफ का होना: केशों  में रूसी की समस्या आजकल काफी आम है और अक्सर ही रूसी से बाल गिरने की परेशानी होने लगती है।

रसायन युक्त शैम्पू का इस्तेमाल
आयुर्वेद का मानना है कि आजकल की जीवनशैली में हम अपने बालों को साफ करने और उनकी देखभाल के लिए लोग प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कम ही करते हैं। इन आर्टिफिशियल शैम्पू और तेल से बाल नुकसानदेह रसायन के प्रभाव में आते हैं, जिससे बाल गिरने और झड़ने की समस्या बढ़ रही है।

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी
शरीर में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी होने पर भी बाल गिरने लगते हैं।

पेट की बीमारियों से ग्रस्त होना
जिन लोगों को कब्ज, गैस आदि पेट संबंधी परेशानी रहती है, उन्हें भी बाल झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है। पेट का स्वस्थ होना आपके स्वस्थ बालों के लिए आवश्यक होता है।

सही शैम्पू का चयन करें
वैद्य विपिन कुमार के अनुसार कुछ लोग आकर्षण में आकर बालों के लिए विभिन्न तेल और नए-नए शैम्पू का प्रयोग करते हैं। ऐसा करना बालों के लिए हानिकारक होता है। सबके बालों की प्रकृति अलग होती है। अपने केशों के लिए शैम्पू बदल-बदल कर प्रयोग न करें, बल्कि ऐसे शैम्पू का चुनाव करें, जिससे आपके बाल न झड़ें या कम ही झडें और आपके बालों को लाभ पहुंचाए।

शुद्घ तेल उपलब्ध हो सके तो उसे बालों के लिए प्रयोग करें। सरसों, जैतून या भृंगराज तेल अच्छा रहेगा।  यदि शुद्घ तेल उपलब्ध न हो तो अच्छी व विश्वसनीय कंपनी का तेल ही बालों के लिए चुनें। किसी अच्छी कंपनी के नारियल के तेल का बालों के लिए उपयोग करना भी उपयुक्त होता है, क्योंकि इस तेल में मिलावट की आशंका कम होती है।

बालों के लिए आयुर्वेद में सबसे बेहतर है रीठा, शिकाकाई और त्रिफला जिसमें हरड़, बहेरा और आंवला शामिल होता है। इन सबके बीज निकालकर मिश्रित पाउडर बना लें। अगर बाल लम्बे हैं तो दो कप पानी में चार चम्मच पाउडर मिलाकर रात को भिगोकर रख दें। सुबह इसे अच्छी तरह सर में लगा लें और आधे घंटे बाद पानी से अच्छी तरह धो लें। इस तरह हफ्ते में तीन दिन इसका प्रयोग करें। यह बालों की देखभाल के लिए सवरेत्तम है। यह बालों को गिरने से  रोकने में सहायक होता है। अगर रूसी हो तो इससे वो भी खत्म हो जाती है।

बालों को गिरने से रोकने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन भी कारगर है। एक ग्राम आंवले के चूर्ण में एक रत्ती रजत या चांदी का भस्म मिलाकर दिन में एक बार पानी के साथ खाने से भी बाल घने होते हैं। चांदी का वर्क लगे हुए आंवले के मुरब्बे का सेवन भी बाल झडम्ने से रोकने में फायदेमंद साबित होते हैं।

कैसा हो खान-पान
बालों को झड़ने से रोकने के लिए सुपाच्य, हल्का और पौष्टिक भोजन खाना चाहिए। ज्यादा तले-भुने भोजन का सेवन न करें, क्योंकि उससे पेट की परेशानी हो सकती है, जो बालों के गिरने के लिए जिम्मेदार होता है।

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