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दोस्ती का साथ खुशियों की बरसात

फ्रेंडशिप डे (3 अगस्त) पर विशेष मौज, मस्ती, हंसी, मजाक, शैतानी, दुख, आंसू, टिफन, मार्क्स और ना जाने क्या-क्या तुम अपने दोस्तों के साथ शेयर करते हो। तो क्यों ना एक दिन उन्हें भी यह जता दो कि तुम उनसे...

दोस्ती का साथ खुशियों की बरसात
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 31 Jul 2014 09:13 AM
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फ्रेंडशिप डे (3 अगस्त) पर विशेष
मौज, मस्ती, हंसी, मजाक, शैतानी, दुख, आंसू, टिफन, मार्क्स और ना जाने क्या-क्या तुम अपने दोस्तों के साथ शेयर करते हो। तो क्यों ना एक दिन उन्हें भी यह जता दो कि तुम उनसे कितना प्यार करते हो। दोस्तों को प्यार दर्शाने के लिए सबसे सही दिन है रविवार का। एक तो छुट्टी होगी तुम्हारी और दूसरा, इस दिन फ्रेंडशिप डे भी है। क्यों हैं दोस्त खास और क्या करोगे अपने दोस्त को खास बताने के लिए, बता रहे हैं विजय मिश्र

स्त बड़े खास होते हैं। दोस्त हमारे जीवन को नई दिशा देते हैं। तुमने इस बात को शायद कभी नोटिस नहीं किया होगा, लेकिन अगर कुछ देर सोचोगे तो समझ आ जाएगा कि तुम सबसे ज्यादा खुश अपने दोस्तों के साथ ही होते हो। जब दोस्त के साथ मस्ती करते हो तो दुनिया की कोई भी बात अच्छी नहीं लगती। तो दोस्ती के एक दिन को इस तरह से सेलिब्रेट करो।

जो चाहो वो बोलो
दोस्त का मतलब है ऐसा कोई, जिसके सामने तुम कुछ भी बोल सकते हो। हर किसी की शिकायत कर सकते हो उससे, अपने मनपसंद जोक्स सुना सकते हो, कोई पोयम या कहानी लिखी है तो उसे सुना सकते हो, कुछ मिल-बांटकर खा सकते हो। इसलिए संडे को अपने दोस्त के साथ कुछ देर बैठो और अपने दिल की सारी बातें उससे कहो और हां, उसकी बातें भी सुनना।

रूठा हो दोस्त अगर..
अगर तुम्हारा कोई दोस्त तुमसे रूठ गया है, तो आज उसे मना लो। आखिर दोस्त के बिना कैसे फ्रेंडशिप डे मनेगा। छोटी-छोटी बातें तो होती रहती हैं। उन बातों को भुला दो और फिर से दोस्त को मना लो।

तस्वीर हो जाए एक साथ
दोस्तों के साथ तस्वीरें खींचना मत भूलना। ये हमेशा के लिए यादें बन जाती हैं। चाहो तो कुछेक अच्छी फोटो को फ्रेम करवाकर दोस्त को तोहफे  में भी दे सकते हो।

स्क्रेपबुक पर अनकही बातें
स्क्रेपबुक पर दोस्तों के बारे में कुछ कहना और उनके दिल की बातें जानने का इससे अच्छा मौका दूसरा हो ही नहीं सकता। इसलिए दोस्तों से अपने स्क्रेपबुक भरवाओ।
तोहफा हो तो बन जाए बात
अगर तुम अपने दोस्त से बहुत प्यार करते हो तो उसे तोहफे में कुछ ऐसा दो, जिसकी उसे काफी जरूरत हो या फिर जो उसे बहुत पसंद हो। तुम घर पर भी तोहफा तैयार कर सकते हो और पॉकेट मनी बचाकर बाजार से भी उसकी पसंद का कुछ खरीद सकते हो।

फ्रेंडशिप डे की कहानी
यह दिन दोस्तों के नाम 1935 में किया गया। जब अमेरिका में इस दिन को मनाया जाना आरंभ हुआ। जैसे-जैसे समय बीता, यह दिन लोकप्रिय होता गया। पूरी दुनिया में इस दिन लोग अपने दोस्तों के साथ समय बिताते हैं और उन्हें यह बताते हैं कि वे उनके जीवन में कितने आवश्यक हैं। इस मौके पर लोग एक-दूसरे को फूल, कार्ड और रिस्ट बैंड आदि तोहफे के तौर पर देते हैं।


विनी द पूह है दोस्ती का प्रतीक
1997 में अमेरिका ने विनी द पूह को दुनिया भर में दोस्ती का प्रतीक माना और इसे इस दिन का  ब्रांड एंबेसडर घोषित कर दिया।


ऐसे बनेंगे टिकाऊ दोस्त
अगर अच्छा और टिकाऊ दोस्त बनाना चाहते हो तो उसके लिए तुम्हें ये 5 बातें ध्यान रखनी होंगी-
’अपने दोस्त को तुम सिर्फ सुनाते मत रहो, ऐसा न हो कि पूरी मुलाकात में सिर्फ और सिर्फ तुम बोलते रहो और तुम्हारा दोस्त केवल चुपचाप सुनता रहे। इसलिए तुम सुनने की आदत भी खुद में डालो, जिससे वो भी तुमसे अपनी बातों को शेयर कर सके।

’कभी तुम वो दिखाने या बनने की कोशिश मत करो, जो तुम हो ही नहीं। मतलब, दोस्त के आगे दिखावा नहीं। तुम जो हो, जैसे हो वैसे ही अपने दोस्त के साथ रहो, क्योंकि दोस्ती के बीच दिखावटीपन ज्यादा समय तक नहीं चल पाता। जो दोस्त सच्चा होता है, उसे हर कोई पसंद करता है।

’अपने दोस्त की बुराई कभी भी सबके सामने या बहुत लोगों, दोस्तों के बीच में नहीं करनी चाहिए। उसे बुरा लग सकता है। दोस्ती टूट सकती है। अगर तुम्हारे दोस्त में कोई कमी दिखाई देती है तो उसे सुधारने या दुबारा न करने के लिए अकेले में बता सकते हो। ऐसे में उसे खुद को सुधारने का मौका भी मिल जाएगा और उसे बुरा भी नहीं लगेगा।
 
’कुछ बच्चे ऐसे होते हैं, जो अपनी चीज किसी के साथ भी शेयर नहीं करते। उन्हें कोई पसंद नहीं करता। उसके साथ कोई खेलना नहीं चाहता। अगर अच्छा दोस्त बनना
या बनाना चाहते हो तो कोशिश करो
आपस में मिल-जुलकर रहो और चीजों को शेयर करो।
’ दोस्ती में कभी एक-दूसरे को कम नहीं दिखाना चाहिए। दोस्त तो बराबर होते हैं। अगर कोई दोस्त दूसरे को हमेशा दबाता हो, उसका मजाक उड़ाता हो, उसे नीचा दिखाता हो तो ऐसे बच्चे से कोई भी दोस्ती नहीं करना चाहता।      

जरा सोचो, जिस दोस्त पर तुम बहुत भरोसा करते हो, जिसके साथ अपनी हर बात शेयर करते हो, किसी दिन वही तुम्हारी बातें किसी और को बता दे तो कैसा लगेगा? तुम्हारे मुंह पर तुम्हें अच्छा कहे और जैसे ही तुम चले जाओ तो लोगों से तुम्हारी बुराई करे, क्या तुम उसे अपना फास्ट फ्रेंड मानोगे? सही सोचा तुमने कि ऐसे दोस्त होने से बेहतर है, बिना दोस्त के रहा जाए। कम से कम धोखेबाज दोस्तों से तो अच्छा है बगैर दोस्त के रहा जाए।
सच्च दोस्त वही है, जिस पर तुम विश्वास कर सको। वेदों का नाम तो सुना ही होगा। वेद में मित्र उसे कहा गया है, जिसके साथ हम कोई बेहद पर्सनल बातें शेयर करते हैं। और हमें ऐसे दोस्त से कभी डर नहीं लगता, जो हमें अपने साथ-साथ खुद को भी सही रास्ते पर चलने में मददगार हो।
हम सभी के दोस्त तो होते ही हैं। किसी के बचपन के दोस्त, किसी के स्कूल में साथ पढ़ने वाले दोस्त तो किसी के कॉलोनी में पड़ोस में रहने वाले। होते तो सभी दोस्त ही हैं। लेकिन कुछ दोस्त केवल हैलो-हाय वाले हैं तो कुछ दोस्तों के साथ तुम घर पर भी धमाचौकड़ी मचाने में नहीं हिचकते। तुम्हारे दोस्त हमेशा तुम्हारे साथ रहें, इसके लिए यह जानना आवश्यक है कि उन्हें क्या पसंद है और क्या नहीं।

ये बातें दोस्त को कर देंगी नाराज
’ कभी उसका दिल मत दुखाना। अगर उसे कोई बात पसंद ना हो तो उसे मत करना।
’ दोस्त को यह मत जताना कि तुम उससे बेहतर हो। अगर पढ़ाई या खेल में तुम उससे बेहतर हो तब भी उसे यह जाहिर मत होने दो। इसकी बजाय उसकी मदद करो।

दोस्ती के फायदे
’ तुम अपने दिल की हर बात को दोस्त से शेयर कर सकते हो।
’ तुम्हारा बेस्ट फ्रेंड तुम्हें हमेशा सही रास्ता दिखाता है, क्योंकि वो चाहता है कि तुम हमेशा खुश रहो।
’ तुम दुखी हो या खुश, हर बात में दोस्त तुम्हारा साथ देता है।
’ तुम्हारा आत्मविश्वास बढ़ता है और तुम सामाजिक होते हो।
’ लोगों की मदद करना सीखते हो और अपनी कमियों को स्वीकारना भी।
’ लोगों की बातों को ध्यान से सुनते हो और उनका सहयोग करते हो।    

यह बात सच है कि दो लोग जब तक दोस्त नहीं बन सकते अगर उनमें एक जैसी खासियतें ना हों। इसलिए यह याद रखो कि तुम में और तुम्हारे दोस्त में कई बातें एक जैसी ही हैं। जब भी मौका मिले अपने दोस्त को शुक्रिया अदा करो और बताओ कि वो तुम्हारे लिए कितना महत्वपूर्ण है।


अजब-अनोखे प्रयास
’अमेरिका में 9 फरवरी 1980 को लैंग मार्टिन ने गोल्फ की सात गेंदों को बिना किसी चिपकाने वाले पदार्थ की सहायता से एक-दूसरे के ऊपर खड़ा करके दिखाया था।
’दक्षिण अफ्रीका के ह्यूगो जानपे ने 8-23 जून 1984 तक लगातार 366 घंटे बाल काटने, संवारने, सेट करने का रिकॉर्ड स्थापित
किया था।
’अमेरिका के एक 15 वर्षीय किशोर जॉन सेन ने मई 1984 में ताश के मानक पत्ताें से 68 मंजिल का 3.73 मीटर ऊंचा घर बनाया था।
’20 मार्च 1971 को विल्टशायर में 2 घंटे में 3,795 बार सुई में धागा पिरोकर ब्रेन्ज रॉबिन्सन ने आश्चर्यचकित कर दिया था।
’फ्रांस के एलां ज्यां प्रीयू ने 6 फरवरी 1977 को पेरिस के निकट मॉटलेहरी में मोटर साइकिल से 16 बसों को छलांग लगाकर दिखाया था।
’डेनमार्क के जॉन वान ड्यूर्स फरमान ने अगस्त 1979 में स्विट्जरलैंड में सिगरेट के मात्र एक कश से होंठों द्वारा 755 छल्ले बनाए थे।
’ 4.57 मीटर पैरबांस का उपयोग करके सन 1892 में एम.गैरिसो 42 मिनट में 8 किलोमीटर चला था।
’अमेरिका के डेनिस डब्ल्यू मार्ट्स ने 26 जून 1978 को ड्रिटॉइट प्लाजा होटल मिशीगन की 100 मंजिलें 11 मिनट 23.8 सेकेंड में
चढ़ी थीं।
’ऑस्ट्रिया के जोहान हार्लिगर ने सन 1900 में 10 घंटे प्रतिदिन हाथों के बल चलकर वियना से पेरिस की 1400 किलोमीटर की दूरी 55 दिनों में पूरी की थी।

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