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खुद के लिए खुद से कुछ वादे

बच्चों के लिए, करियर की बेहतरी के लिए तो कभी अपने रिश्ते के लिए आप खुद से कुछ वादे करती हैं। पर, आपकी सेहत का क्या? अब अपनी सेहत के लिए खुद से कुछ वादे कीजिए। बता रही हैं पूनम महाजन आप जानती हैं,...

खुद के लिए खुद से कुछ वादे
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 21 May 2015 01:13 PM
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बच्चों के लिए, करियर की बेहतरी के लिए तो कभी अपने रिश्ते के लिए आप खुद से कुछ वादे करती हैं। पर, आपकी सेहत का क्या? अब अपनी सेहत के लिए खुद से कुछ वादे कीजिए। बता रही हैं पूनम महाजन

आप जानती हैं, सेहत से बड़ी नेमत कुछ और नहीं है। तभी तो बच्चों के साथ-साथ अपने परिवार के अन्य सभी सदस्यों की सेहत का इतना ध्यान रखती हैं। पर अगर आप ही सेहतमंद नहीं रहेंगी तो इनका ध्यान भला कौन रखेगा? खुद को अनदेखा करने से पहले अपने-आप से यह सवाल जरूर पूछें। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है, बस कुछ आदतों को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाना है।

जरूरी है ब्रेस्ट जांच
हर महिला को महीने में एक बार खुद से अपनी ब्रेस्ट की जांच जरूर करनी चाहिए। एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर के 40 प्रतिशत मामलों का पता खुद से की गई जांच के द्वारा ही चलता है। इसके लिए नहाते वक्त पांच मिनट के लिए अपने ब्रेस्ट में किसी भी प्रकार की गांठ या लाल रंग के निशान या सूजन आदि को गौर से देखें। ब्रेस्ट की जांच का सही समय पीरियड्स के एक सप्ताह बाद का होता है क्योंकि अकसर पीरियड्स के पहले ब्रेस्ट में खिंचाव महसूस होता है।

फुल बॉडी चेकअप को न करें अनदेखा
महिलाओं को साल में एक बार अपने शरीर का पूरा चेकअप जरूर करवाना चाहिए। फुल बॉडी चेकअप में रक्तचाप, थॉयराइड, ब्लड काउंट टेस्ट, शुगर, लिपिड प्रोफाइल और गर्भाशय की जांच शामिल है।

ना करें खुद का खुद से इलाज 
सिर या पेट में दर्द है तो गोली खाओ और काम पर लग जाओ। भारत की लगभग 99 प्रतिशत महिलाओं में यह आदत देखने को मिलती है। लेकिन सिर, पेट व पूरे शरीर में दर्द कोई बड़ी बीमारी भी हो सकता है। खुद ही अपनी डॉक्टर बनने से बचें और छोटी-से-छोटी बीमारी में भी डॉक्टरी सलाह के बिना दवा न लें।

शरीर को दें मजबूत आधार
पौष्टिक खाने से ही सेहतमंद जिंदगी की नींव पडम्ती है। इसके साथ किसी प्रकार का समझौता न करें। प्रोटीन युक्त खाना खाएं और भरपूर मात्रा में फल और सब्जियों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। चीनी और सोडियम युक्त भोजन जैसे कार्बोनेटेड पेय पदार्थ और जंक फूड खाने से बचें। आठ घंटे की नींद से किसी भी तरह का समझौता न करें। दिन भर में तीन बार खाना खाने की जगह कम-कम मात्रा में छह बार खाएं।

जरूरी है 30 मिनट का व्यायाम
अति व्यस्त रहने वाली महिलाओं के लिए कार्डियो एक्सरसाइज सबसे अच्छा होता है। हर दिन सिर्फ आधे घंटे इस व्यायाम को करने से आप पूरी तरह से फिट हो सकती हैं। इससे न सिर्फ आपका वजन संतुलित रहेगा, बल्कि दिल की धड़कनें भी नियंत्रित रहती हैं। कार्डियो को संपूर्ण व्यायाम कहा जाता है। अगर आप इसके लिए वक्त नहीं निकाल पा रही हैं तो हर दिन आधे घंटे के लिए टहलें या जॉगिंग करें। बाहर नहीं निकलना चाहती हैं तो आधे घंटे के लिए रस्सी कूदें या फिर सामान्य स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें। शुरुआत 10 से 15 मिनट के व्यायाम से करें।

वजन पर रखें अपनी नजर
हर महिला के लिए नियमित बीएमआई जांच बेहद जरूरी होती है। साल में एक बार बॉडी मास इंडेक्स निरीक्षण जरूर करवाना चाहिए। बीएमआई से यह पता चलता है कि शरीर का भार उसकी लंबाई के अनुपात में ठीक है या नहीं। महिलाओं का आदर्श बीएमआई 22 तक होता है। इससे अधिक बीएमआई मोटापे और कमजोर मांसपेशियों का सूचक है। मोटापा अपने साथ ढेरों बीमारियों की सौगात भी ले आता है, जो आपकी खुशनुमा जिंदगी के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है। बीएमआई ज्यादा होने पर डायबिटीज, हृदय रोग, हाइपरटेंशन और गठिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बीएमआई को नियंत्रित रखने के लिए पौष्टिक और संतुलित खानपान के साथ-साथ नियमित रूप से व्यायाम करना जरूरी है।
(गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना धवन बजात से बातचीत पर आधारित)

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