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झड़ते हैं बाल तो हो जाएं सावधान

अचानक गंजापन और बालों का झड़ना किसी बीमारी का कारण हो सकता है, इसलिए आपको तुरंत डॉंक्टरी सलाह लेनी चाहिए। आजकल महिलाओं में भी यह समस्या काफी दिख रही है। क्या है इसका कारण और उपाय, बता रहे हैं अजय...

झड़ते हैं बाल तो हो जाएं सावधान
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 05 Mar 2015 01:06 PM
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अचानक गंजापन और बालों का झड़ना किसी बीमारी का कारण हो सकता है, इसलिए आपको तुरंत डॉंक्टरी सलाह लेनी चाहिए। आजकल महिलाओं में भी यह समस्या काफी दिख रही है। क्या है इसका कारण और उपाय, बता रहे हैं अजय शर्मा

गंजेपन को डॉंक्टरी भाषा में एलोपेसिया कहते हैं। यह बीमारी आज आम होती जा रही है। पुरुषों में गंजापन ज्यादा देखा जाता है, पर अब महिलाएं भी गंजेपन का शिकार हो रही हैं। बहुत हद तक जीवनशैली से जुड़ी इस बीमारी के कई प्रकार हैं, जिनके कारण भी अलग-अलग हैं। तेजी से बढ़ती इस बीमारी से लड़ने के लिए उपाय भी अनेक उपलब्ध हैं, जिनमें हेयर ट्रांसप्लांट से लेकर घरेलू उपचार तक शामिल हैं।

गंजेपन के प्रकार
एंड्रोजेनिक एलोपेसिया
यह सबसे ज्यादा होने वाला गंजापन है और महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता है। इसीलिए इसे पुरुषों का गंजापन भी कहते हैं। इस गंजेपन के लिए टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन संबंधी बदलाव और आनुवंशिकता जिम्मेदार है।

एलोपेसिया एरीटा
इसमें सिर के अलग-अलग हिस्सों से बाल गिरने लग जाते हैं, जिससे सिर पर गंजेपन का पैच-सा लगा दिखाई देता है। यह शरीर की इम्यून (रोग प्रतिरोधक) क्षमता के कमजोर होने के कारण होता है।

ट्रैक्शन एलोपेसिया
यह लंबे समय तक एक ही ढंग से बालों के खिंचे रहने के कारण होता है जैसे किसी खास तरह का हेयरस्टाइल या चोटी रखना।

महिलाओं में गंजेपन का कारण
पहले यह धारणा थी कि गंजापन सिर्फ पुरुषों में ही होता है और महिलाओं के सिर्फ बाल झड़ते हैं, लेकिन अब महिलाओं में भी गंजेपन की समस्या सामने आने लगी है। स्टडी के मुताबिक जब फोलीसाइल सिकुड़ने लगते हैं तो बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं और वहां गंजापन आ जाता है। महिलाओं में यह समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। कई बार इसी समस्या के चलते लम्बे और मोटे बाल, छोटे और पतले बालों में बदल जाते हैं। महिलाओं में एकदम से कभी भी गंजापन नहीं आता। पहले उनके बाल झड़ते हैं, पतले होते होते है और बाद में गंजापन आ जाता है।

महिलाओं में गंजेपन के कारण
आनुवंशिक गुण
उम्र बढ़ने के कारण
सर्जरी, कीमोथेरेपी या किसी दवा के प्रभाव के कारण
मेनोपॉज के कारण।

पुरुषों में गंजापन
पुरुषों में गंजेपन की शुरुआत कनपटी से होती है, जबकि महिलाओं में गंजेपन की शुरुआत बीच की मांग से होती है। दोनों में ही गंजेपन के कारण भिन्न-भिन्न होते हैं।

उपचार का तरीका
एलोपेसिया के उपचार का सबसे पहला चरण है लक्षणों के आधार पर इसकी पहचान। इस दौरान मरीज की मेडिकल हिस्ट्री का पूरा ब्यौरा लिया जाता है। गंजेपन का पैटर्न, सूजन या संक्रमण का परीक्षण, थायरॉइड और आयरन की कमी की पहचान के लिए ब्लड टैस्ट और हार्मोनल टैस्ट आदि की मदद से इसकी जांच हो सकती है। इसके उपचार के लिए इन दवाओं और विधियों का इस्तेमाल स्थिति की गंभीरता के आधार पर किया जाता है।

आयरन की पूर्ति
कुछ मामलों में बाल झड़ने की रोकथाम महज आयरन युक्त सप्लीमेंट से ही हो जाती है। विशेष रूप से महिलाओं में गंजेपन के
उपचार के लिए आयरन की गोलियां अधिक प्रभावी हैं।

प्लेटलेट रिच प्लाज्मा थेरेपी (पीआरपी)
इस थेरेपी के दौरान प्लेटलेट्स से उपचार किया जाता है, जिससे त्वचा को एलर्जी का रिस्क नहीं रहता और बाल उगने शुरू हो जाते हैं।

मेसोथेरेपी
इस थेरेपी के दौरान स्कल्प की त्वचा पर विटामिन और प्रोटीन को सुई की मदद से डाला जाता है। इससे हेयर फोलिकल्स को ठीक कर दोबारा बाल उगाने की कोशिश की जाती है।

लेजर लाइट
कम पावर की लेजर लाइट की मदद से बालों की जड़ों में ऊर्जा का संचार बढ़ाते हैं, जिससे बाल दोबारा उग सकें।

हेयर ट्रांसप्लांटेशन
इस विधि से बालों को एक स्कल्प से दूसरे स्कल्प में स्थानांतरित किया जाता है। इस दौरान एक व्यक्ति के सिर से दूसरे के सिर में बाल इस तरह लगाए जाते हैं कि जिस हिस्से से बाल निकाले गए हों वे दूसरे के सिर में उसी हिस्से पर लगाए जाएं। इसके साथ-साथ बाल झड़ने की रोकथाम से जुड़े अन्य उपचारों को भी किया जाता है। और कुछ ही महीने में आपके सिर पर बालों की स्थिति बेहतर हो जाती है और आपके चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है।

फल भी हैं कारगर

पपीता हेयर पैक
विटामिन-ए से भरपूर पपीता बालों के प्राकृतिक तेल को रीस्टोर कर नमी को बनाए रखने का काम करता है। रूखे बालों के लिए यह रामबाण है। पके हुए पपीते को ऑलिव ऑयल के साथ मिक्स कर बालों में लगाने से बाल मुलायम बनते हैं। पपीते को मसल कर उसमें थोड़ा-सी दही और दो बूंद ग्लिसरीन डालें और इस पेस्ट को 30 मिनट के लिए बालों पर लगा कर छोड़ दें। इस पैक से आपके बालों में चमक आएगी और दो मुंहे बालों से भी छुटकारा मिलेगा।

कारगर हैं घरेलू उपचार

महंगे कॉस्मेटिक्स पर पैसे बहाने की जरूरत नहीं है। आपकी रसोई में ही ऐसी चीजें उपलब्ध हैं, जो बाल झड़ने की रोकथाम में मददगार भी हैं। आप इन्हें आजमा कर बालों को घना और खूबसूरत बना सकते हैं।

आलू का रस
आलू को पीस कर इसका जूस निकाल लें और सिर पर लगा कर 15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद हल्के शैपू से बाल साफ करें। इससे बालों का गिरना तो कम होगा ही, बालों की कंडीशनिंग भी हो जाएगी, क्योंकि वह नैचुरल कंडीशनर भी है।

मेहंदी की पत्ती
सरसों के तेल में मेहंदी की पत्तियों को उबाल लें। ठंडा हो जाने के बाद इसमें केश तेल, खासकर नारियल का तेल मिला कर नियमित इस्तेमाल करें।

प्याज का जूस
प्याज के रस में सल्फर अच्छी मात्रा में होता है, जो शरीर में कोलाजेन की मात्रा बढ़ाता है। इससे बाल घने होते हैं। प्याज का रस निकाल कर इसे बालों पर 15 मिनट तक लगाएं और फिर शैंपू से बाल साफ करें। आप हल्के गंजेपन के उपचार में प्याज के रस को एलो वेरा के साथ मिला कर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे नहाने से पहले 5 से 15 मिनट तक सिर पर लगा कर रखें।

हिना पैक
मेहंदी से न सिर्फ बालों की रंगत बरकरार रहती है, बल्कि यह बालों को मजबूत भी बनाती है। इसमें हल्का आंवला पाउडर मिला कर लगाने के 15 मिनट बाद धो लें। इससे बालों की कंडीशनिंग होगी और बाल मजबूत रहेंगे।

मेथी
बालों को झड़ने से रोकने में मेथी काफी कारगर है। मेथी के बीज में ऐसे हार्मोन पाए जाते हैं, जो बालों के विकास को बढ़ाने के साथ-साथ हेयर फॉलिकल्स को भी बनाता है। साथ ही इसमें प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड पाया जाता है, जो बाल को बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।

तेल मालिश
नारियल तेल, बादाम तेल, जैतून तेल, कैस्टर तेल और आंवला तेल काफी प्रभावी होता है। इनमें से एक या एक से अधिक तेल से हर दूसरे दिन सिर पर मालिश करें। मालिश करने से पहले तेल को थोड़ा गर्म कर लें, ताकि स्कल्प इसे अच्छे से सोख सके।

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