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घर बैठे ही होगा इलाज

तकनीक के जरिए इलाज को सस्ता और आसान बनाने के लिए दुनिया भर में प्रयोग हो रहे हैं। इसके तहत ऑनलाइन डॉक्टर, टेलीकंसल्टिंग, डॉक्टर बूथ, हेल्थ गैजेट और टीवी स्क्रीन के जरिए लोगों को सेहतमंद रखने के...

घर बैठे ही होगा इलाज
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 02 Jun 2014 04:03 PM
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तकनीक के जरिए इलाज को सस्ता और आसान बनाने के लिए दुनिया भर में प्रयोग हो रहे हैं। इसके तहत ऑनलाइन डॉक्टर, टेलीकंसल्टिंग, डॉक्टर बूथ, हेल्थ गैजेट और टीवी स्क्रीन के जरिए लोगों को सेहतमंद रखने के प्रयास हो रहे हैं। आइए नजर डालते हैं इन तकनीक के इस्तेमाल और फायदे के बारे में। 

स्पेन में टीवी स्क्रीन से इलाज: स्पेन के बास्क में टेलीहेल्थ प्रणाली ‘तेकी‘ शुरू की गई। इसमें आर्थराइटिस और डायबिटीज के मरीजों के इलाज लिए एक्सबॉक्स गेम का इस्तेमाल किया जाता है। इस गेम की मदद से मरीज घर में टीवी स्क्रीन पर मेडिकल स्टाफ से परामर्श कर सकते हैं। वहीं वे स्क्रीन पर ऐनिमेटेड अवतार की मदद से व्यायाम भी कर सकते हैं। इसमें ‘काइनेक्ट ट्रैक मूवमेंट’ सॉफ्टवेयर नजर रखता है कि मरीज ठीक से व्यायाम कर रहा है या नहीं। उसी के अनुसार वह ‘थम्प्स अप’ और ‘थम्प्स डाउन’ का संकेत भी देता है।

मोबाइल ऐप्लिकेशन और गैजेट: यूरोप की सलाहकारी संस्था ‘डी हेल्थ’ के कार्यकारी प्रमुख स्टीवन डोड्सवर्थ के मुताबिक एक्सरसाइज लेवल, हार्ट रेट और बर्न्ड कैलोरी मापने और इनका रिकार्ड रखने वाले स्मार्टफोन, वियरेबल गैजेट और ऐप्स की लोकप्रियता खूब बढ़ रही है। सैमसंग ने हाल ही में लेटेस्ट वियरेबल प्रोटोटाइप हेल्थ मोनिटर ‘द सिमबैंड’ लॉंच किया है। अब  कंपनी की योजना सेहत से जुड़ी जानकारियों को साझा करने के लिए एक प्लेटफार्म बनाने की है।

ब्रिटेन में दूरस्थ चिकित्सा: ब्रिटेन के योर्कशायर में वीडियो कांफ्रेंसिंग की मदद से 20 जेलों के14,500 कैदियों को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है।

अमेरिका में डॉक्टर बूथ
अमेरिका के ओहायो में दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए हेल्थ बूथ शुरू किए गए हैं। इस हेल्थ स्पॉट को किसी भी ऑफिस की इमारत, शॉपिंग सेंटर या मॉल में एक बूथ की तरह सेट किया जाता है। इसमें हाईडेफिनिशन कैमरा, माइक्रोफोन और वीडियो स्क्रीन होती है, ताकि मरीज और डॉक्टर एक-दूसरे को देख सकें। बूथ में स्टेथेस्कोप, थर्मामीटर और ब्लड प्रेशर नापने की मशीन होती है जिसका इस्तेमाल मरीज डॉक्टर के निर्देश के अनुसार करते हैं।

क्यों है जरूरत
विकसित देशों में बूढ़ी आबादी को सेहत सुविधाएं मुहैया कराना महंगा पड़ रहा है, तो विकासशील में संसाधनों की कमी के चलते लोगों की सेहत खराब होती जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के लोगों के सेहतमंद रहने का वार्षिक खर्च 6.5 खरब डॉलर है। ऐसे में ऑनलाइन डॉक्टर जैसी तकनीकें इस खर्च को घटा सकती हैं। यूरोप की संस्था पीडब्ल्यूसी के मुताबिक मोबाइल हेल्थ के जरिए 2017 तक यूरोपीय संघ 99 अरब डॉलर का बचत कर लेगा।

अफ्रीका में टेलिकंसल्टिंग
पश्चिमी अफ्रीकी देश कैमरून में दूरदराज के इलाकों के लोगों के लिए ‘माई हेल्थलाइन’ सेवा शुरू की गई है। यह मोबाइल यूजर को सुविधा देती है कि वे डॉक्टरों-नर्सों से एचआईवी/एड्स जैसे यौन संक्रमण की बीमारियां और गर्भनिरोध सहित सेहत से जुड़ी सारी जिज्ञासाएं बिना नाम बताए पूछ सकते हैं।

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