85 साल की हो गई डेक्कन क्वीन
मुंबई और पुणे के बीच चलने वाली पहली रेलगाड़ी ‘दक्खन की रानी’ एक्सप्रेस ने रविवार को मुंबई-पुणे के बीच चलते हुए 85 साल पूरे कर लिए। ‘डेक्कन क्वीन’ के नाम से मशहूर यह रेलगाड़ी...
मुंबई और पुणे के बीच चलने वाली पहली रेलगाड़ी ‘दक्खन की रानी’ एक्सप्रेस ने रविवार को मुंबई-पुणे के बीच चलते हुए 85 साल पूरे कर लिए। ‘डेक्कन क्वीन’ के नाम से मशहूर यह रेलगाड़ी आज भी दोनों शहरों के बीच आवागमन का सस्ता और आरामदायक साधन है। वर्ष 2002 में बने मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे और अन्य रेलगाडियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद दक्खन की रानी प्रभावशाली ढंग से चल रही है।
फिल्मी हस्तियों की थी चहेती
डेक्कन क्वीन में सात से 17 बोगियां हो गईं हैं। मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे बनने से पहले बॉलीवुड, मराठी फिल्म हस्तियां, उद्योगपति, अंतरराष्ट्रीय हस्तियां और राजनेता भी इसमें सफर करते थे। बैठने की क्षमता 1,417 सीटें कर दी गईं। साल 1955 में इस गाड़ी की बोगियों को पूरी तरह बदलकर क्रीम और ऑक्सफोर्ड नीले रंग से रंगा गया और दोनों रंगों के बीच में बीच की लाल रंग पट्टी डाली गई। प्रथम श्रेणी के बोगियों को वातानुकूलित बोगियों में बदल दिया गया। नवंबर 2003 में आईएसओ 9001-2001 से पुरस्कृत।