उच्च रक्तचाप हो सकता है सिर दर्द का कारण
हमें शरीर के किसी अंग में दर्द होता है तो दर्द निवारक दवा खा लेते हैं। पर शरीर के एक ही हिस्से में बार-बार दर्द हो तो संभल जाना चाहिए क्योंकि इसका कारण गहरा हो सकता है या यह किसी गंभीर बीमारी का...
हमें शरीर के किसी अंग में दर्द होता है तो दर्द निवारक दवा खा लेते हैं। पर शरीर के एक ही हिस्से में बार-बार दर्द हो तो संभल जाना चाहिए क्योंकि इसका कारण गहरा हो सकता है या यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। खासकर एक हफ्ते तक लगातार रहने वाले दर्द की डॉक्टर से जांच जरूर करानी चाहिए। आइए जानते हैं कि शरीर के किस हिस्से का दर्द कौन सा संकेत देता है।
गर्दन में पीड़ा
कंप्यूटर पर काम करते समय या गाड़ी चलाते समय लोग सिर को आगे की ओर झुका लेते हैं, जिससे गर्दन में दर्द होता है। गलत तकिया, गलत तरीके से सोना, झटका लगना, ठंडी हवा, वायरल संक्रमण, सर्विकल, हर्निआटेड डिस्क, गर्दन में ऑस्टीओआर्थ्राइटिस से भी दर्द होता है।
सिर दर्द
तनाव, माइग्रेन के अलावा तंग टोपी, हेयरबैंड और कसी हेयरस्टाइल भी सिर दर्द का कारण होता है। डीहाइड्रेशन, उच्च रक्तचाप, नाक, गले और कान में संक्रमण भी इसकी वजहें हैं। सिर दर्द के साथ गर्दन जकड़ने, याद्दाश्त में कमी जैसी समस्याएं हों तो यह ट्यूमर हो सकता है।
पांव की पिछली मांसपेशियों में दर्द
यह सामान्यत: मांसपेशियों में खिंचाव या मुड़ने के कारण होता है। दौड़ने या सख्त जमीन पर कूदने से पैर की मांसपेशियां चोटिल हो जाती हैं। वहीं लंबे समय तक शारीरिक निष्क्रियता, ज्यादा वजन, धूम्रपान और कुछ दवाओं के चलते पैर की नसों में रक्त के थक्के जम जाते हैं।
पीठ दर्द
पीठ दर्द हमेशा भारी फर्नीचर उठाने और खराब गद्दों पर सोने के कारण नहीं होता है। हमेशा कंधे पर भारी बैग उठाना, हील वाले जूते पहनना, बैठने और झुकने में दिक्कत करने वाले कसे कपड़े भी इसकी वजह हो सकते हैं।
दांत या चेहरे की पीड़ा
कैविटी और जड़ें कमजोर होना दांत दर्द की वजह हो सकता है। नींद में दांत पिसने जैसी दिक्कत हो तो यह जबड़ों की बीमारी भी हो सकती है। वहीं पुरानी मसूड़ों की बीमारी से दिल की बीमारियों और ऑस्टीओआर्थ्राइटस की आशंका भी बढ़ जाती है।