तो इसलिए तेजी से फेलते हैं डेंगू के मच्छर
अपने डंक से आतंक फैला कर हर साल भारत सहित 10 से ज्यादा देशों के हजारों लोगों की जान लेने वाले डेंगू मच्छर के तेजी से फैलने की प्रक्रिया का वैज्ञानिकों ने पता लगा लिया है। ब्राजील के वैज्ञानिकों ने...
अपने डंक से आतंक फैला कर हर साल भारत सहित 10 से ज्यादा देशों के हजारों लोगों की जान लेने वाले डेंगू मच्छर के तेजी से फैलने की प्रक्रिया का वैज्ञानिकों ने पता लगा लिया है।
ब्राजील के वैज्ञानिकों ने पता लगा लिया है कि डेंगू का वायरस किस तरह मानव एंजाइम की मदद से शरीर में तेजी से फैलता है। यह रिसर्च जर्नल ऑफ विरोलोजी में प्रकाशित हुआ है।
'एनएस1' प्रोटीन उन सात प्रोटीनों में से एक है जिनसे डेंगू वायरस बनता है और इनका प्रसार करता है। डेंगू की चपेट में आए लोगों की सीरम जांच में 'एनएस1' बड़ी मात्रा में पाया जाता है। 'एनएस1' के बिना डेंगू वायरस नहीं फैल सकता।
एक खास तकनीक के प्रयोग से रिसर्चर इस नतीजे पर पहुंचे कि 'एनएस1' मनुष्यों में ऊर्जा के उत्पादन के लिए ग्लूकोज के टूटने की प्रक्रिया के लिए जरूरी 'जीएपीडीएच' एंजाइम के साथ बंध जाता है।
रियो डी जनेरियो के फेडरल यूनिवर्सिटी के रिसर्चर रोनाल्डो मोहाना बोर्गिस के मुताबिक, 'परजीवी के तौर पर वायरस अपने मेजबान के चयापचय पर निर्भर होता है। वायरस के प्रसार के लिए जरूरी ऊर्जा के लिए 'एनएस1' मानव कोशिकाओं में 'जीएपीडीएच' के साथ बंधता है।'
रिसर्चर के मुताबिक 'एनएस1' संक्रमण की शुरुआती अवस्था में जीएपीडीएच की क्रियाशीलता में वृद्धि कर देता है।
इस जानकारी को डेंगू के उपचार के लिए नई दवाएं विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है।