लोगों को इस तरह आत्महत्या करने से बचाएगा Facebook
फेसबुक ने डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या जैसे कदम उठाने वाले लोगों के लिए सूइसाइड प्रिवेंशन टूल्स लॉन्च कर दिए हैं। अगर आपको लगता है कि आपका कोई दोस्त डिप्रेस है और ऐसा कोई कदम उठा सकता है तो आप उसकी...
फेसबुक ने डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या जैसे कदम उठाने वाले लोगों के लिए सूइसाइड प्रिवेंशन टूल्स लॉन्च कर दिए हैं। अगर आपको लगता है कि आपका कोई दोस्त डिप्रेस है और ऐसा कोई कदम उठा सकता है तो आप उसकी संबंधित पोस्ट को फ्लैग कर सकते हैं। पोस्ट का रिव्यू करने के बाद उस दोस्त को डिप्रेशन से बाहर लाने की पूरी जिम्मेदारी फेसबुक ले लेगा।
फेसबुक कैसे करेगा मदद
फेसबुक किसी पोस्ट के फ्लैग होने के बाद उसका रिव्यू करेगा और अगर वो पॉजिटिव पाई जाती है तो पोस्ट लिखने वाले व्यक्ति को मैसेज भेजा जाएगा। इस मैसेज में समस्याओं से निपटने के लिए कुछ सुझाव और सुसाइड हॉटलाइन नंबर भी भेजा जाएगा। इस मैसेज में उस व्यक्ति के दोस्तों, लोकल काउंसलर और कई हेल्पलाइन नंबर भी भेजें जाएंगे. कुछ करीबी दोस्तों को भी ये मैसेज भेजा जा सकता है।
फेसबुक ले रहा है NGO की मदद
फेसबुक ने सुविधा के लिए 'आसरा' और 'द लिव फाउंडेशन' जैसे एनजीओ की मदद ली है। फेसबुक के इस टूल तक पहुंचने के लिए आप हेल्प ऑप्शन में जाकर Suicide टाइप करें और अपने दोस्त के लिए सीधे हॉटलाइन नंबर पर बात कर सकते हैं। फेसबुक का मानना है की फ़िलहाल सूसाइडल पोस्ट आइडेंटिफाई होने बावजूद मदद नहीं की जा पा रही थी लेकिन अब समय रहते मदद पहुंचाई जा सकती है।
भारत में हर घंटे हो रहीं हैं 15 आत्महत्याएं
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक भारत आत्महत्याओं के मामले में टॉप-5 देशों में आता है। यहां हर घंटे 15 से भी ज्यादा लोग आत्महत्या कर लेते हैं। हर साल करीब 134799 लोगों की मौत आत्महत्या की वजह से होती है। भारत में करीब चौदह करोड़ अस्सी लाख लोग फेसबुक इस्तेमाल करते हैं जिससे इस दिक्कत पर काबू पाने में काफी मदद मिलने की उम्मीद है।