बिल्ली पालने से नहीं होता दिमागी विकार का खतरा: रिसर्च
शोधकर्ताओं ने एक नए अध्ययन में कहा है कि बिल्ली पालने से किसी भी तरह की मानसिक बीमारी का प्रत्यक्ष खतरा नहीं होता। पहले किए गए कुछ अध्ययनों में कहा गया था कि कि बिल्लियों के साथ रहने से बिल्ली...
शोधकर्ताओं ने एक नए अध्ययन में कहा है कि बिल्ली पालने से किसी भी तरह की मानसिक बीमारी का प्रत्यक्ष खतरा नहीं होता। पहले किए गए कुछ अध्ययनों में कहा गया था कि कि बिल्लियों के साथ रहने से बिल्ली कुछ प्रकार के मानसिक विकार उत्पन्न हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने कहा था कि बिल्लियों में टोक्सोप्लाज्मा गोंडी (टी गोंडी) नामक एक आम परजीवी पाया जाता है। इसका सीधा संबंध स्किजोफ्रेनिया जैसी मानसिक समस्याओं से है।
लेकिन नए अध्ययन से स्पष्ट हुआ कि गभार्वस्था के दौरान या बचपन में बिल्ली पालने से किसी मानसिक बीमारी का सीधा खतरा नहीं होता। ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के शोधकर्ताओं को उनके अध्ययन में पुरानी धारणा का समर्थन करने वाले कोई संकेत नहीं मिले।
नए अध्ययन में लगभग पांच हजार लोगों पर गौर किया गया। ये लोग 1991 या 1992 में जन्मे थे। या तो इनकी माताएं अपनी गर्भावस्था के दौरान बिल्लियों के संपर्क में रही थीं। या फिर ये लोग अपने बचपन में बिल्लियों के साथ रहे थे। शोधकर्ताओं को ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे साबित होता कि बिल्लियों के संपर्क ने इनके मानसिक स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव डाला था। इस अध्ययन का प्रकाशन ‘साइकोलॉजिकल मेडिसिन’ जर्नल में हुआ है।