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कहीं सेहत न बिगाड़ दे ये दिवाली, इन बातों का रखें ख्याल

दिवाली के धुएं और पटाखों की आग से बचे रहने के साथ-साथ उल्टा-पुल्टा खाने से भी बचना जरूरी है। आइए जानते हैं, किन्हें बरतनी चाहिए सावधानी दिवाली के मौके का भरपूर आनन्द उठाने के लिए कुछ बातों का...

कहीं सेहत न बिगाड़ दे ये दिवाली, इन बातों का रखें ख्याल
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 10 Nov 2015 12:26 PM
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दिवाली के धुएं और पटाखों की आग से बचे रहने के साथ-साथ उल्टा-पुल्टा खाने से भी बचना जरूरी है। आइए जानते हैं, किन्हें बरतनी चाहिए सावधानी

दिवाली के मौके का भरपूर आनन्द उठाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। पहले से ही स्वास्थ्य से संबंधित कोई समस्या हो तो और अधिक सावधानी बरतनी जरूरी हो जाती है।

सांस लेने से संबंधी समस्याएं
बम-पटाखों से निकलने वाले धुएं में कई हानिकारक गैसों के साथ कॉपर, लेड, कैडमियम, जिंक, सोडियम, पोटैशियम, मैंगनीज जैसे भारी तत्वों के छोटे-छोटे कण होते हैं, जो हवा में घुल कर उसे जहरीला बना देते हैं। सांस के साथ ये तत्व फेफड़ों में चले जाते हैं, जिससे अस्थमा के रोगियों को काफी परेशानी होती है। इन कारणों से अस्थमा अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। पटाखों से निकलने वाला धुआं वातावरण में सल्फर डाई ऑक्साइड की मात्रा भी बढ़ा देता है। इससे श्वास नलिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। इससे ब्रौंकियल अस्थमा, एलर्जिक ब्रौंकाइटिस, एलर्जिक राइनिटिस, साइनोसाइटिस, लैरिंजाइटिस, निमोनिया आदि की परेशानी भी बढ़ जाती है।

ऐसे बचें
- घर की सफाई में धूल और गंदगी से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। मुंह और नाक पर कपड़ा बांधकर सफाई करें।
- दीपावली की रात हवा में धुएं और प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है। खुले स्थान पर जाने की बजाय घर में ही रहें।
- दीपावली के पहले घर में रंगाई-पुताई के काम के दौरान भी उससे दूर रहें, क्योंकि ये भी अस्थमा के ट्रिगर हैं।
- पटाखों के धुएं से बचने के लिए खिड़की-दरवाजे बंद कर लें। संभव हो तो मुंह और नाक को कपड़े से ढक लें।
- बाहर निकलना जरूरी हो तो एन-95 मास्क का प्रयोग करें।
- जरूरत पड़ने पर दवाओं और इन्हेलर का उपयोग करें।

सावधानी बरतें
बिना पटाखों के दीपावली सूनी-सूनी लगती है, लेकिन पटाखे जलाने के दौरान बरती गई थोड़ी-सी असावधानी जानलेवा साबित हो सकती है। एक अनुमान के अनुसार दीपावली के दिन लाखों लोग आग की चपेट में आकर गंभीर या मामूली रूप से झुलस जाते हैं। पटाखों में मौजूद विस्फोटकों से लगभग पांच हजार लोग हर साल अपनी आंखों की रोशनी गंवा बैठते हैं, जिनमें से 80 प्रतिशत पुरुष होते हैं। थोड़ी-सी सावधानी और समझदारी अपना कर आप दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। इसलिए पटाखे जलाते समय विशेष सावधानी बरतें।

एसिडिटी
दीपावली के दौरान तले हुए, मसालेदार भोजन और मिठाइयों का इस्तेमाल बढ़ जाता है, जिससे पाचन-तंत्र से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं। पेट की अंदरूनी सतह पर सूजन आ जाती है, कब्ज और एसिडिटी की समस्या हो जाती है। अधिक मात्रा में मिठाइयां खाने से लूज मोशन और पेट दर्द की समस्या हो जाती है। कई तरह की चीजें एक साथ खाने से पेट में खिंचाव और दर्द की शिकायत हो सकती है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि पेट का एसिड छाती की तंत्रिकाओं को ट्रिगर कर श्वास नलियों को संकुचित कर देता है। इससे अस्थमा अटैक का खतरा और बढ़ जाता है।

ऐसे बचें
- दिन की शुरुआत एक गिलास गुनगुने पानी से करें। इसमें आधा चम्मच शहद और एक चम्मच नीबू का रस भी मिला लें।
- खाने में सलाद, दही, छाछ, सूप जरूर लें।
-  तले-भुने भोजन का सेवन कम करें।
- शाम के स्नैक्स में चाय, कॉफी या तला-भुना खाने की बजाय एक केला खा लें, इससे एसिडिटी से बचे रहेंगे।
- अपना नियमित वर्कआउट न छोड़ें।

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