बीएसएनएल-मैनेजमेंट: ट्रेनी अधिकारी बनने का सुनहरा मौका
आवेदन की अं.ति.- 14 जून, 2015 परीक्षा की तिथि- 09 अगस्त, 2015 भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में मैनेजमेंट ट्रेनी (एमटी) एक महत्वपूर्ण पद है। इसके अंतर्गत प्रबंधन संबंधी कार्यों को सुचारू रूप...
आवेदन की अं.ति.- 14 जून, 2015
परीक्षा की तिथि- 09 अगस्त, 2015
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में मैनेजमेंट ट्रेनी (एमटी) एक महत्वपूर्ण पद है। इसके अंतर्गत प्रबंधन संबंधी कार्यों को सुचारू रूप से अंजाम दिया जाता है। अभी हाल ही में बीएसएनएल ने मैनेजमेंट ट्रेनी के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। इसमें पदों की संख्या 200 है। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से है तथा यह 25 मई से प्रारम्भ हो जाएगी।
पदों का विवरण
मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर होने वाली भर्ती दो पदों के लिए होगी। इसमें क्रमश: टेलीकॉम ऑपरेशन व टेलीकॉम फाइनेंस शामिल हैं। टेलीकॉम ऑपरेशन के लिए 150 पद तथा टेलीकॉम फाइनेंस के लिए 50 पद निर्धारित हैं। इसमें से आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए सीट का निर्धारण किया गया है।
कब कर सकते हैं आवेदन
इसमें अलग-अलग पदों के लिए शैक्षिक योग्यता अलग है। टेलीकॉम ऑपरेशन के लिए उम्मीदवार को टेलीकम्युनिकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल, कम्प्यूटर साइंस या आईटी में 60 प्रतिशत अंकों के साथ बीटेक अथवा बीई होना अनिवार्य है, जबकि टेलीकॉम फाइनेंस के लिए उम्मीदवार के पास सीए, सीएस या फिर आईसीडब्ल्यूए की डिग्री होनी चाहिए।
इसमें उम्मीदवार की आयु 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आयु की गणना 1 अगस्त, 2015 को की जाएगी। आरक्षित श्रेणी के अंतर्गत आने वाले उम्मीदवारों को नियमानुसार छूट भी दी जाएगी।
आवेदन शुल्क
उच्च पद होने पर नियुक्ति होने के कारण इस परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क भी ज्यादा रखा गया है। सामान्य व ओबीसी उम्मीदवारों के लिए यह राशि जहां 1500 रुपए है, वहीं एससी/एसटी व शारीरिक रूप से अशक्त उम्मीदवारों के लिए 750 रुपए निर्धारित किए गए हैं। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए ट्रेवलिंग एलाउंस की भी व्यवस्था है।
डाउनलोड करें एडमिट कार्ड
इसमें परीक्षा से 15 दिन पहले उम्मीदवार अपना एडमिट कार्ड बीएसएनएल की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें न तो डाक द्वारा और न ईमेल के जरिए एडमिट कार्ड भेजने की व्यवस्था है।
चयन से जुड़ी जानकारी
यह परीक्षा तीन चरणों में होती है- लिखित परीक्षा, ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू। इन तीनों चरणों में सफल छात्रों का मेरिट के आधार पर चयन होता है। इनका वेटेज निम्न है-
लिखित परीक्षा- 75 प्रतिशत
ग्रुप डिस्कशन- 12.5 प्रतिशत
इंटरव्यू- 12.5 प्रतिशत
लिखित परीक्षा की संरचना
लिखित परीक्षा ओएमआर बेस्ड होती है तथा प्रश्न बहुविकल्पीय होते हैं। प्रश्न तीन सेक्शनों (मैनेजमेंट एप्टिटय़ूड, काग्निटिव एबिलिटी, टेक्निकल नॉलेज) में पूछे जाएंगे तथा इसके लिए तीन घंटे का समय निर्धारित है। प्रश्नों की कुल संख्या 450 होगी। सेक्शन का विवरण निम्न है-
मैनेजमेंट एप्टिटय़ूड- यह सेक्शन उम्मीदवारों से प्रबंधन कौशल, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस नॉलेज, एचआर साइंस, ऑपरेशन आदि की परख करता है। इसके सिलबस में मुख्य रूप से जनरल मैनेजमेंट, मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सेंटर, मैनेजीरियल इकोनॉमिक्स, मार्केटिंग, एकाउंटिंग एंड फाइनेंस, एचआर मैनेजमेंट, टेलीकॉम नॉलेज, स्ट्रेटिजिक मैनेजमेंट, ऑर्गेनाइजेशनल विहेवियर आदि शामिल हैं।
काग्निटिव एबिलिटी- यह सेक्शन मुख्य तौर पर छात्रों के प्रेजेंस ऑफ माइंड की क्षमता आंकता है। प्रश्न घुमावदार प्रकृति के होते हैं। इनका उत्तर देते समय उम्मीदवारों को सतर्कता बरतनी पड़ती है। इसके सिलेबस के प्रमुख बिन्दु क्वांटिटेटिव एबिलिटी एंड डेटा सफिशिएंसी, रीजनिंग (एनालिटिकल, लॉजिकल व क्रिटिकल), वर्बल एबिलिटी, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन व एनालिसिस हैं।
टेक्निकल नॉलेज- इस सेक्शन में उम्मीदवारों का तकनीकी पक्षों से सामना होता है। टेलीकॉम ऑपरेशन व टेलीकॉम फाइनेंस दोनों का सिलेबस अलग-अलग होता है। टेलीकॉम ऑपरेशन में जहां फिजिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस, सिग्नल व सिस्टम, नेटवर्क थ्योरी, कंट्रोल सिस्टम, कम्प्यूटर इंजीनियरिंग, मैटीरियल एंड कंपोनेंट्स आदि पर प्रश्न होते हैं, वहीं टेलीकॉम फाइनेंस में फाइनेंशियल मैनेजमेंट, कॉस्ट अकाउंटिंग, एडवांस अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, कंपनी एक्ट, टैक्स लॉ व फाइनेंशियल स्टेटमेंट आदि पर प्रश्न आते हैं।
तार्किक सोच का दायरा बढ़ाएं
एनालिटिकल स्किल्स के प्रश्नों के माध्यम से छात्रों की तार्किक सोच के दायरे को परखा जाता है। मामूली लगने वाले विषय पर भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं। ये पैसेज या सेट्स के रूप में होते हैं। हालांकि इन प्रश्नों का उत्तर देने के लिए किसी विशेष ज्ञान की जरूरत नहीं होती। महज तार्किक सोच के बल पर आप उनमें अच्छा स्कोर कर सकते हैं। कुछ सवालों का जवाब डायग्राम बना कर भी दिया जा सकता है।
मैथमेटिक्स पर फोकस्ड रहें
क्वांटिटेटिव एबिलिटी के सेक्शन में प्रॉब्लम सॉल्विंग व डेटा सफिशिएंसी को शामिल किया जाता है। इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न अर्थमेटिक्स, एलिमेंट्री अल्जेब्रा तथा ज्योमेट्री के रूप में होते हैं। इनका लेवल दसवीं एवं बारहवीं का होता है। इस सेक्शन को तभी हल किया जा सकता है, जब मैथ्स के फॉर्मूले अच्छी तरह से याद हों। लगातार प्रैक्टिस के जरिए इस पर कमांड हो सकती है।
अकाउंटिंग/इकोनॉमिक्स भी हैं खास
अकाउंटिंग और इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट भी इस परीक्षा के लिए स्कोरिंग समझें जाते हैं। इन विषय विशेष के लिए खास ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। उम्मीदवार तैयारी के संदर्भ में चाहे जो फॉर्मूला अपनाएं, पर इतना याद रखें कि ये दोनों नजरअंदाज न होने पाएं। इन पर अतिरिक्त समय खर्च करें और आधारभूत जानकारी को बढ़ाएं।
निगेटिव मार्किंग से सावधान
इस परीक्षा में गलत उत्तर दिए जाने पर नेगेटिव मार्किंग के रूप में एक चौथाई अंक काट लिए जाएंगे, इसलिए छात्र प्रश्नों का उत्तर देते समय पूरी सावधानी बरतें। जिन प्रश्नों को लेकर भ्रम की स्थिति है, उन्हें छोड़ कर दूसरे प्रश्न हल करें। बाद में समय मिलने पर वे इन प्रश्नों को देख सकते हैं। हो सकता है कि दोबारा उन्हें कुछ प्रश्नों के जवाब मिल जाएं।