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बाहर से बुलाये गये थे दंपति के हत्यारे

मोहन झा और उनकी पत्नी की निर्मम हत्या के लिये किराये पर बाहर से हत्यारे बुलाये गये थे जिन्होंने प्रोफेशनल तरीके से पति-पत्नी को पहले अगवा किया फिर रहिकपुर के जंगल में लाकर बेरहमी से काट दिया । यह...

बाहर से बुलाये गये थे दंपति के हत्यारे
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 23 Feb 2017 12:15 AM
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मोहन झा और उनकी पत्नी की निर्मम हत्या के लिये किराये पर बाहर से हत्यारे बुलाये गये थे जिन्होंने प्रोफेशनल तरीके से पति-पत्नी को पहले अगवा किया फिर रहिकपुर के जंगल में लाकर बेरहमी से काट दिया । यह दावा पुलिस कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्यारों को पहले से ही दंपति की पूरी जानकारी दे दी गई थी। साथ ही उन्हें हत्या कैसे करनी है इसकी विशेष हिदायत दी गई थी। पुलिस ने संदिग्धों के कॉल डिटेल को खंगाल लिया है। माना जा रहा है कि हत्या की जमीन अक्टूबर, 2016 से ही तैयार की जा रही थी। जब मोहन झा जमानत पर बाहर आये थे। पुलिस के शक की सूई बार-बार सेवानिवृत्त फौजी व अधिवक्ता सुगानंद झा के बेटे सोनू झा पर जाकर ठहर रही है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका का कहना है कि जांच के बाद यह साफ हो जायेगा कि हत्या कैसे और किसने करायी है। लेकिन दंपति की हत्या के पीछे मकशद की तलाश बार-बार उन्हें सोनू झा तक ले जाती है। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य आय चुके हैं। पुलिस ने सारी कड़ियां जोड़ ली है। अज्ञात के खिलाफ केस करने का कोई मतलब नहीं है। नामजद प्राथमिकी दर्ज करने के लिये कहा गया है।

13 लोग हुए नामजद: आरएस ओपी प्रभारी प्रशांत कुमार ने बताया कि चुनु झा ने फर्द बयान में 13 लोगों का नाम दिया है। इसमें एसएसबी जवान सोनू झा, संतोष झा, संजय झा, विभेष झा, उनकी पत्नी रुकमणि झा, जयनारायण झा, मो. सलीम, टिलो देवी, देवनाथ मिश्र, सत्यम मिश्र, पंकज कुमार मिश्र और नारायण झा को नामजद किया गया है।

नामजद एफआईआर में देरी पर सवाल: पुलिस ने एक दिन पहले अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करने की बात कही उसके बाद नामजद केस दर्ज किया। इस बीच नामों की संख्या में अंतर आ गया। मंगलवार को करीब आधा दर्जन लोगों पर आरोप लगाया जा रहा था। बुधवार को दर्ज हुई एफआईआर में एक दर्जन से अधिक लोगों के नाम हैं। अब लोगों के लिये यह कोतुहल को विषय है कि आखिर सही क्या है?

जिन्हें होनी थी सजा उन्हें क्यों मारा:

सुगानंद झा और उनकी पत्नी की हत्या के मामले में मोहन झा दंपति को सजा होना तय माना जा रहा था। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसे दंपति की हत्या करके कोई खुद को क्यों फंसाना चाहेगा। लेकिन पुलिस इसे जांच का विषय मानकर चल रही है।

डेट लेकर लौटे वकील: सुगानंद झा और उनकी पत्नी की हत्या के मामले में मोहन झा की ओर से केस लड़ने के लिये पूर्णिया से वकील आते हैं, जो बुधवार को तारीख लेकर लौट गये। स्थानीय वकीलों से केस लड़ने से मना कर दिया था। कारण कि सुगानंद झा वकालत करते थे।

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