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चुनाव में सपा से सीधा मुकाबला :कठेरिया

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया ने कहा कि यूपी चुनाव में पार्टी का सीधा मुकाबला सपा से है। इस चुनाव में भाजपा का सपा से सड़कों पर तो बसपा से गली और बस्तियों में लड़ाई है। भाजपा...

चुनाव में सपा से सीधा मुकाबला :कठेरिया
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Oct 2016 12:44 PM
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पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया ने कहा कि यूपी चुनाव में पार्टी का सीधा मुकाबला सपा से है। इस चुनाव में भाजपा का सपा से सड़कों पर तो बसपा से गली और बस्तियों में लड़ाई है। भाजपा ने बस्तियों में प्रहरी बना उनके जरिए वहां की जनता को रिझाने का काम शुरू कर दिया है। इसके नतीजे भी दिखने लगे हैं। इसकी वजह यह है कि चार बार यूपी की सीएम रहीं मायावती ने अभी तक दलितों का विकास नहीं किया तो अब क्या करेंगी।

उन्होंने शुक्रवार को मूलगंज चौराहे के पास एक होटल में यह बातें कहीं। उन्होंने दावा किया कि बस्तियों के ‘की परसन को जोड़ उनके बूते ही वहां के वोटरों को रिझाने की जिम्मेदारियां सौंपी जा चुकी है और खुद ही बस्तियों में कार्यक्रमों के जरिए जनता को केंद्रीय योजनाओं को बता उन्हें संगठन की ओर लाया जा रहा है। चुनावी रणनीति के बारे में बताया कि चार तरह से संगठन ने यूपी में कमल खिलाने का एजेंडा तैयार किया है। पहला यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की रैलियों के जरिए जनता और कार्यकर्ताओं को प्रेरित करना तो दूसरा यह है कि सामाजिक परिवर्तन की दृष्टि से पिछड़ा, दलित, महिला, युवा सम्मेलन। तीसरा फार्मूला बूथों पर की परसन को जोड़कर कमजोर प्वाइंटों को मजबूत करना और आखिरी फंडा यह होगा कि हर बूथ प्रमुख मतदाता के सूची के एक पन्ने के वोटरों में से कम से कम 15 परिवारों को केंद्रीय योजनाओं के जरिए उन्हें अपना बनाए।

प्रदेश की जनता सपा के कुशासन तो बसपा के लॉलीपाप से रूबरू हो चुकी है। एक सवाल के उत्तर में कहा कि पार्टी प्रत्याशियों और सीएम चेहरे का ऐलान संसदीय बोर्ड करेगा। बूथों पर बनने वाली 21 सदस्यीय टोली में दलित, महिला को अनिवार्य रूप से रखा जाएगा। लोकसभा चुनाव से अधिक दलित, पिछड़ा भाजपा के साथ आ चुका है। जब उनसे यह पूछा गया कि भाजपा का मूल वोटर इससे अपने को उपेक्षित नहीं समझेगा तो उन्होंने उत्तर दिया कि ऐसा नहीं है क्योंकि चुनाव की चाबी इन्हीं के पास है।

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