इस बार हाथी छोड़ कमल के हुए पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल
विधान सभा चुनाव में दलबदल का खेल शुरू हो गया है। सोमवार को बसपा के पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल ने भाजपा की सदस्यता ले ली। उनका दावा चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र से है। इस परिवर्तन से भाजपा बंुदेलखंड में...
विधान सभा चुनाव में दलबदल का खेल शुरू हो गया है। सोमवार को बसपा के पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल ने भाजपा की सदस्यता ले ली। उनका दावा चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र से है। इस परिवर्तन से भाजपा बंुदेलखंड में मजबूत नजर आने लगी। वहीं भाजपा में टिकट के दावेदारों में अंदरूनी बेचैनी बढ़ गई है।
आरके सिंह पटेल ने बसपा के टिकट पर पहली बार 1993 में विधान सभा चुनाव लड़ा। मामूली मतों से भाजपा से हार गए। इसके बाद 1996 से लगातार दो बार विधायक बने और बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। बसपा ने 2007 में टिकट नहीं दिया तो सपा से विधानसभा चुनाव में उतरे। बसपा प्रत्याशी से हारे तो 2009 में सपा ने लोकसभा का टिकट दे दिया। इस बार जीतकर सांसद बने।
2014 के लोकसभा चुनाव में सपा ने टिकट काटा तो आरके फिर बसपा में चले गए मगर चुनाव हार गए। आरके सिंह पटेल ने फिर पाला बदला है। जानकार बताते है कि भाजपा में टिकट के लिए शामिल हुए हैं। चित्रकूट सीट से टिकट मांगा है। सूत्र बताते है है कि पार्टी में शामिल कराने में संतोष गंगवार व प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य की अहम भूमिका रही है। बसपा जिला कमेटी ने इस पर सिर्फ इतना कहा कि बसपा में किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। खुद आरके सिंह पटेल ने कहा कि वह भाजपा में शामिल हुए हैं। संगठन में पार्टी को मजबूत करेंगे। यदि भाजपा चुनाव लड़ने को कहेगी तो वह लड़ेंगे।
कई नेता भाजपा में हुए शामिल: चित्रकूट। बसपा के पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल के समर्थन में सपा और बसपा के कई नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा में शामिल होने वालों मे शक्ति सिंह तोमर ने बताया कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख जय प्रकाश पाण्डेय, पूर्व ब्लाक प्रमुख आरडीम सिंह, सुनील पटेल, अभिलाष द्विवेदी, डीडीसी सदस्य आनंद कुमार द्विवेदी, राजकुमार त्रिपाठी, हरीगोपाल मिश्र, रज्जन मिश्र आदि नेता भाजपा में शामिल हुए।