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कालेधन पर शिकंजा : छोटा हो या बड़ा, बचेगा कोई नहीं

जिनके पास कालाधन है, अब वह बचेगा नहीं। आयकर विभाग के पास एक-एक रिकॉर्ड है। कालेधन से जुड़ी योजनाओं की समय सीमा खत्म होने के बाद विभाग एक-एक डाटा की भी पड़ताल कर रहा है। जिसके भी पास अघोषित कमाई मिली,...

कालेधन पर शिकंजा : छोटा हो या बड़ा, बचेगा कोई नहीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 25 Apr 2017 09:10 PM
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जिनके पास कालाधन है, अब वह बचेगा नहीं। आयकर विभाग के पास एक-एक रिकॉर्ड है। कालेधन से जुड़ी योजनाओं की समय सीमा खत्म होने के बाद विभाग एक-एक डाटा की भी पड़ताल कर रहा है। जिसके भी पास अघोषित कमाई मिली, उसे छोड़ा नहीं जाएगा चाहे वह कितना ही रसूखदार क्यों न हो। ये दो टूक चेतावनी यूपी वेस्ट और उत्तराखंड के नए प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त और आयकर महानिदेशक जांच आशू जैन ने दी।

मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित आयकर भवन में उन्होंने कहा कि हर कोई जांच के रडार में है। इसमें बैंक, कारोबारी और सरकारी अधिकारी सभी लोग हैं। उन्होंने बताया कि बैंक खातों की जांच शुरू हो चुकी है। पहले जिन खातों में एक करोड़ से ऊपर की धनराशि जमा हुई, उनकी जांच की जा रही थी। अब सभी को जांच के दायरे में ले लिया गया है। एक-एक डाटा का अध्ययन हो रहा है। एक पैन और एक पते पर कितने खाते हैं, दोनों की अलग-अलग लिस्ट बनाई जा रही है। अब कालेधन की सूची मे अफसर आए या कोई और, छोड़ा नहीं जाएगा लेकिन इस बात की सख्त हिदायत दी गई है कि किसी का गलत उत्पीड़न न किया जाए। आशू ने बताया कि देशभर में 18 लाख से अधिक लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। यूपी में इनकी संख्या करीब एक लाख है। अभी तक जांच में बड़ी संख्या में ऐसे खाते पकड़ में आए हैं जिन्हें गलत पते और पैन कार्ड पर खोला गया। यशपाल त्यागी, आरटीओ सुनीता वर्मा, ज्वाइंट कमिश्नर डीके वर्मा और एडिश्नल कमिश्नर केशवलाल पर ताबड़तोड़ छापों के बाद अगला कौन? इस सवाल पर वह मुस्करा दिए और बोले, देखते जाइए। विभाग हर वक्त किसी न किसी केस पर काम करता रहता है।

घर में साइकिल, खाते में आ गए 40 करोड़

एक उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि नोटबंदी के दौरान बहराइच स्थित एक बैंक शाखा के खाते में एक ही दिन में 40 करोड़ रुपए जमा हो गए। खातों की डिटेल में इतनी बड़ी राशि देख आयकर अधिकारी चौंक गए। तत्काल पड़ताल में पता चला कि जिसके नाम खाता है, उसके पास तो महज एक साइकिल है। जमीन-जायदाद भी न के बराबर निकली। पैन की जांच की तो खुलासा हुआ कि पैन कार्ड चेन्नई के पते पर बना है। पता भी फर्जी निकला। कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए आयकर टीम असली मालिक के पास पहुंच गई और कार्रवाई की।

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