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योगी कैबिनेट में 40 सीटें देने वाले मध्य यूपी से सिर्फ पांच मंत्री

योगी मंत्रिमंडल में भले ही कानपुर के हिस्से में दो कैबिनेट मंत्री आ गए हों पर सेंट्रल यूपी और बुन्देलखंड के लोग निराश हो गए। बुंदेलखण्ड ने भाजपा को इस बार विधानसभा चुनाव में पूरे के पूरे 19 विधायक...

योगी कैबिनेट में 40 सीटें देने वाले मध्य यूपी से सिर्फ पांच मंत्री
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 20 Mar 2017 01:40 PM
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योगी मंत्रिमंडल में भले ही कानपुर के हिस्से में दो कैबिनेट मंत्री आ गए हों पर सेंट्रल यूपी और बुन्देलखंड के लोग निराश हो गए। बुंदेलखण्ड ने भाजपा को इस बार विधानसभा चुनाव में पूरे के पूरे 19 विधायक दिए लेकिन इनके हिस्से में दो मंत्री पद ही आ सके। हालांकि फतेहपुर का सीना जरूर चौड़ा हुआ है जहां से दो विधायक लाल बत्ती पाने में कामयाब रहे। हरदोई, उन्नाव जैसे जिलों को एक भी मंत्री नहीं मिला।

कानपुर समेत सेंट्रल यूपी के नौ जिलों की 47 सीटों में 40 भाजपा की झोली में गईं लेकिन इसके बाद भी इन जिलों को मंत्रिमंडल में उचित स्थान नहीं मिल पाया। कानपुर की दस में सात सीटें भाजपा ने जीतीं तो यहां दो कैबिनेट मंत्री देकर संतुष्ट कर दिया गया। सात बार से विधायक बन रहे सतीश महाना और वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यदेव पचौरी का मंत्री बनना पहले से तय माना जा रहा था। हरदोई में आठ में सात सीटों पर भाजपा जीती पर लालबत्ती किसी को भी नसीब नहीं हुई। यही हाल छह सीटें देने वाले उन्नाव का हुआ। यहां से ह्रदयनारायण दीक्षित को कैबिनेट मंत्री बनाना तय माना जा रहा था पर ऐसा हो नहीं सका। औरैया, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद जैसे जिले भी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं बना पाए जबकि इन जिलों ने अपने सारे विधायक भाजपा की झोली में डाल दिए थे।

फतेहपुर को दो राज्यमंत्री मिले हैं। एक जय सिंह जैकी अपना दल के कोटे से, जबकि रणवेंद्र प्रताप सिंह भाजपा कोटे से मंत्रिमंडल में जगह पाने में सफल रहे। सपा के प्रभाव वाले कन्नौज के छिबरामऊ से चुनी गईं अर्चना पांडे राज्यमंत्री के रूप में जगह पा गईं।

बुंदेलखण्ड से कहने को तो दो मंत्री बनाए गए हैं लेकिन स्वतंत्र प्रभार वाले स्वतंत्र देव सिंह को बुंदेले पूरी तरह अपना नहीं मानते, उन्होंने इस बार यहां से चुनाव भी नहीं लड़ा। बसपा और सपा का गढ़ रहे बुंदेलखण्ड में चुनाव से पहले भाजपा के पास सिर्फ एक विधायक था। इस चुनाव ने ऐसी करवट ली कि 19 की 19 सीटें बुंदेलखण्ड ने भाजपा की झोली में डाल दीं। माना जा रहा था बुंदेलखण्ड को कम से कम एक कैबिनेट मंत्री मिलेगा लेकिन एक राज्य और एक स्वतंत्र प्रभार मंत्री से संतोष करना पड़ा। ललितपुर के महरौनी से जीतकर आए मनोहर लाल पंथ को लाल बत्ती दी गई है लेकिन चित्रकूटधाम मंडल को खाली छोड़ दिया गया है, इससे बुंदेले निराश हैं।

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