मुंबई में गुम अफगानी कैप्टन की तलाश
खूंखार आतंकी सगठन आईएसआईएस के मास्टरमाइंड कैप्टन की तलाश तेज हो गई है। भोपाल और कानपुर से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों के कबूलनामे के बाद अफगानी कैप्टन की खोजबीन तेज कर दी गई है। पता चला है कि पूरे...
खूंखार आतंकी सगठन आईएसआईएस के मास्टरमाइंड कैप्टन की तलाश तेज हो गई है। भोपाल और कानपुर से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों के कबूलनामे के बाद अफगानी कैप्टन की खोजबीन तेज कर दी गई है। पता चला है कि पूरे ऑपरेशन को पर्दे के पीछे से मुंबई में बैठे कैप्टन ने अंजाम दिया। कैप्टन नामक व्यक्ति करीब चार साल पहले अफगानिस्तान से भारत आया था और मुंबई में भूमिगत हो गया। एनआईए इसकी भूमिका को लेकर मुंबई एटीएस के सम्पर्क में है। आतिफ से पूछताछ में एनआईए को जानकारी मिली कि एक साल पहले फैसल के रिश्तेदार के जरिए वह लोग मुंबई में एक युवक के सम्पर्क में आए थे। उसे कैप्टन कहा जाता था। आतिफ ने एनआईए को जानकारी दी कि कैप्टन लगभग चार साल पहले अफगानिस्तान से भारत आया था। उसके बाद मुंबई से पूरे ऑपरेशन को चला रहा था। फैसल का रिश्तेदार भी कैप्टन के लिए काम करता है। लगभग सात आठ माह पहले कैप्टन भूमिगत हो गया और उसने सारे निर्देश फोन से देना-लेना शुरू कर दिया। फैसल का रिश्तेदार भी उससे नहीं मिल सकता था।
ट्रेन ब्लास्ट से पहले मुंबई में इन लोगों की कैप्टन से दस मिनट की आखिरी मुलाकात हुई थी। इस दौरान कैप्टन ने इन्हें बस इतना ही कहा था कि जो भी किया जा रहा है वह आजादी के लिए हैं और इसमें मौत शहादत कहलाएगी। कैप्टन को लेकर जांच कर रही एनआईए को यह भी जानकारी मिली है कि उसने अफगानिस्तान में आईएस कैम्प में अपनी ट्रेनिंग पूरी की है। ट्रेनिंग में क्या क्या किया गया, किस दौरान ट्रेनिंग ली गई और ट्रेनिंग देने वाले कौन लोग थे। इसके बारे में भी एनआईए द्वारा पड़ताल की जा रही है। आतिफ से पूछताछ में उसने कैप्टन के हुलिए के बारे में भी थोड़ी बहुत जानकारी दी है। मिली जानकारी के अनुसार एनआईए ने उसका एक स्कैच तैयार कराया है। इसी स्कैच को उसने मुंबई एटीएस को भी भिजवाया है। मुंबई में कैप्टन कहां छुपकर बैठा है इसकी तलाश में वहां की एटीएस भी अपना काम कर रही है।