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ALERT! नोटबंदी के बाद बढ़ा साइबर क्राइम, फोन पर न दें ये जानकारियां

नोटबंदी (Demonetization) के बाद साइबर अपराधी ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। इनकी नजर आपके बैंक खातों पर है। कभी आधार लिंक के बहाने तो कभी एटीएम एक्पायर के बहाने वे आम जनता से फोनकर जानकारियां ले...

ALERT! नोटबंदी के बाद बढ़ा साइबर क्राइम, फोन पर न दें ये जानकारियां
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 04 Dec 2016 01:36 PM
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नोटबंदी (Demonetization) के बाद साइबर अपराधी ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। इनकी नजर आपके बैंक खातों पर है। कभी आधार लिंक के बहाने तो कभी एटीएम एक्पायर के बहाने वे आम जनता से फोनकर जानकारियां ले रहे हैं। इसके बाद वे उन खातों से पैसे उड़ा ले रहे हैं।

पिछले बीस दिनों में करीब 20 फीसदी अधिक ऐसी कॉलें कानुपर के लोगों के पास आईं हैं। इनके जरिए अकाउंट की जानकारी मांगकर पैसे उड़ाने की कोशिश की गई। इसकी शिकायतें क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई गई हैं। सीओ क्राइम विवेक त्रिपाठी के मुताबिक बैंक खाते से संबंधित जानकारी किसी भी फोन पर शेयर न करें। अगर कोई इस तरह का फोन कॉल आता है तो फौरन पुलिस को जानकारी दें।

500 व 1000 की नोट बंद होने के बाद हर कोई पैसे बैंक में जमा करने की जद्दोजहद में जुटा हुआ है। करोड़ों लोगों ने अपने-अपने खातों में पैसे जमा कर दिए हैं। वहीं कैश निकालने की बाध्यता से लोगों के पास कैश कम है। यही वजह है कि साइबर अपराधी ठगी के लिए शिकार ढूंढने लगे हैं। सीओ क्राइम विवेक त्रिपाठी ने बताया कि हाल में कई ऐसी शिकायतें आईं जिसमें युवक ने लोगों को फोन कर उनके एकाउंट की डिटेल मांगी। शनिवार को ही एक युवक के पास 8877205704 नंबर से कॉल आया। फोन पर युवक ने बैंक खाते की जानकारी मांगी। इस पर अचानक वह सतर्क हो गया और उसे ठगी की आशंका हुई। जब उसने युवक को फटकार लगाई तो उसने फोन काट दिया। क्राइम ब्रांच के मुताबिक नोटबंदी के बाद साइबर सेल में इन शिकायतों में काफी इजाफा हुआ है।

फोन कर ऐसे देते हैं झांसा

फोन कर युवक खुद को किसी न किसी बैंक के हेड ऑफिस का कर्मचारी बताता है। फिर वह आपके डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की वैधता खत्म होने, खाते आधार लिंक करवाने, नेट बैंकिंग का पासवर्ड एक्सपायर होने जैसी बातें कहकर खाते से संबंधित जानकारी मांगता है। इतनी जानकारी लेने के बाद टप्पेबाज मोबाइल पर आने वाले ओटीपी पूछता है और ओटीपी बताते ही खाते से रकम ट्रांसफर हो जाती है।

बैंक भी नहीं मांगता ये जानकारियां

बैंक अधिकारियों के मुताबिक ग्राहक से संबंधित खातों की गुप्त जानकारी कभी बैंक नहीं मांगता है। अधिकारियों का कहना है कि फोन पर बैंक के किसी भी कर्मचारी द्वारा फोन कर गुप्त जानकारी मांगे का अधिकार भी नहीं है। इसलिए कोई भी जानकारी न शेयर करें। आशंका होने पर बैंक में संपर्क करें।

ये बातें कभी न करें साझा

बैंक की खाता संख्या, एटीएम पिन, वन टाइम पासवर्ड(ओटीपी), सीवीवी नंबर (एटीएम के पीछे तीन अंक), आधार नंबर

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