गहने गिरवी रखकर खड़ी की टाटा स्टील: नरेंद्रन
सर दोराब जी ऐसे युगदृष्टा थे, जिन्होंने अपने पिता के सपनों को साकार करने के लिए अपनी पत्नी के गहनों को भी गिरवी रख दिया, ताकि शेयर होल्डर का विश्वास बना रहें। ये बातें टाटा स्टील के पहले चेयरमैन सर...
सर दोराब जी ऐसे युगदृष्टा थे, जिन्होंने अपने पिता के सपनों को साकार करने के लिए अपनी पत्नी के गहनों को भी गिरवी रख दिया, ताकि शेयर होल्डर का विश्वास बना रहें। ये बातें टाटा स्टील के पहले चेयरमैन सर दोराब जी टाटा को उनकी 156वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहीं।
बिष्टूपुर स्थित सर दोराब जी पार्क में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने के बाद एमडी टाटा स्टील नरेंद्रन ने कहा कि सर दोराब जी ने टाटा स्टील को उस समय खड़ा किया जब सुविधाओं की कमी थी। फिर भी उन्होंने कंपनी की स्थापना के साथ चौड़ी सड़कों के साथ शहर को बसाया।
इससे पहले टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी, महामंत्री बीके डिंडा, सहायक सचिव सतीश कुमार सिंह, वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट सर्विसेज) सुनील भास्करन, कॉरपोरेट चीफ कुलवीन सूरी, टिनप्लेट इंडिया कंपनी के एमडी तरुण डागा सहित शहर के गणमान्य व्यक्तियों ने सर दोराब जी टाटा की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।
मजदूरों की सुविधाओं का ध्यान रखा : श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद ने कहा कि सर दोराब जी ने कंपनी को खड़ा करने के साथ-साथ हमेशा मजदूरों के हित का भी ख्याल रखा। उन्होंने कर्मचारियों के लिए पीएफ, ग्रेच्युटी, आठ घंटे काम जैसे नियम बनाए। साथ ही रिसर्च को आगे बढ़ाने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस की स्थापना की।