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पारा शिक्षकों की सेवा अवधि 60 साल होगी

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पारा शिक्षकों की सेवा 60 साल करने पर सरकार विचार कर रही है। यह आश्वासन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को दुमका में उनसे मिलने आए पारा शिक्षकों के प्रतिनिधियों को...

पारा शिक्षकों की सेवा अवधि 60 साल होगी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 24 May 2015 09:34 PM
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मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पारा शिक्षकों की सेवा 60 साल करने पर सरकार विचार कर रही है। यह आश्वासन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को दुमका में उनसे मिलने आए पारा शिक्षकों के प्रतिनिधियों को दिया। पारा शिक्षक लंबे अरसे से यह मांग कर रहे हैं।

संताल परगना दौरे के दूसरे दिन सीएम ने दुमका के आउटोडर स्टेडियम में संताल परगना की आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायिकाओं, एएनएम, परंपरागत ग्राम प्रधान एवं पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित किया। उन्होंने सबसे पहले उनकी समस्याओं को सुना। उनके दुख दर्द से रू-ब-रू हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का एक-एक लाख रुपए का जीवन बीमा होगा। एक महीने के अंदर बीमा कंपनियों से बातचीत कर इसे लागू करा दिया जाएगा।

रघुवर दास ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा अंतरराज्यीय प्रवासी मजदूर परिवार के सदस्य आकस्मिक मृत्यु या दुर्घटना होने पर 1.5 लाख रुपए मुआवजा का प्रावधान किया गया है। दूसरे राज्यों में जाने के पहले मजदूरों का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त शासन और प्रशासन होना चाहिए। जब भी कोई समस्या हो, तो 181 पर डायल कर शिकायत करें। सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक कोई भी अपनी समस्या या शिकायत दर्ज करा सकता है। इस पर उन्हें अपना मोबाइल नंबर भी दे दें ताकि समाधान कर उन्हें सूचित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मेरी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होगा। सुशासन और विकास मेरा ध्येय है। राजनीति में मैं व्यवस्था के बदलाव के लिए आया हूं। सत्ता मेवा खाने के लिए नहीं बल्कि अंतिम व्यक्ति के आंसू पोछने आया हूं। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य को नशामुक्त बनाना है। जो गांव नशामुक्त हो जाएगा उसे एक लाथ रुपए पुरस्कार दिया जाएगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कल्याण मंत्री लोईस मरांडी ने कहा कि सेविका और सहायिका को साड़ी के साथ पेटीकोट और ब्लाउज भी देने का निर्णय लिया गया है। सभी सहायिका और सहायिकाओं को समय पर उनका मानदेय मिले, इसके लिए ऑनलाइन सिस्टम से भुगतान की व्यवस्था की जा रही है। समारोह में डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने स्वागत भाषण किया। आयुक्त फिदेलिस टोप्पो, पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद, भीम सिंह ने भी संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन डीडीसी चितरंजन कुमार ने किया।

हेरिटेज के रूप में विकसित होगा मलूटी
मुख्यमंत्री ने मलूटी के टेराकोटा मंदिरों को धरोहर बताते हुए कहा कि इसे हेरिटेज के रूप में विकसित किया जाएगा। ऐतिहासिक मंदिरों की मौलिकता को प्रभावित किए बगैर संरक्षित किया जाएगा। शनिवार की रात मलूटी में रुकने के बाद रविवार को सुबह मुख्यमंत्री ने टेराकोटा मंदिरों को देखा और इस पर शोध करने वाले गोपाल चन्द्र मुखर्जी से मलूटी के विकास पर चर्चा की। इससे पहले सुबह वे तारापीठ भी गए और पूजा की।  

लिप्तीपाड़ा बनेगा आदर्श ब्लॉक
पाकुड़।  पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा में जनसंवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि लिप्तीपाड़ा को झारखंड के आदर्श ब्लॉक की पहचान दिलाने में यहां के एक एक व्यक्ति के सहयोग की जरूरत है। खासकर यहां के युवाओं की। उन्होंने कहा कि लिप्तीपाड़ा देश के 10 पिछड़े प्रखंडों में शामिल है। प्रधानमंत्री  ने इस प्रखंड के विकास के लिए वन बंधु योजना से जोड़ा है। वर्ष 15-16 में इस ब्लॉक के लिए स्वीकृत 10 करोड़ की राशि में से दो करोड़ रुपए इसी सप्ताह राज्य को प्राप्त हुआ है। इसे जल्द ही यहां के डीसी को उपलब्ध करा दिया जाएगा।

अधिकारी घूस मांगें तो सीधे 181 पर दें सूचना
सीएम ने कहा कि जिले का कोई अधिकारी अगर घूस मांगता है, तो सीधे 181 नम्बर पर फोन करके इसकी सूचना दें।

बाबूलाल पर बरसे सीएम
सीएम ने बाबूलाल मरांडी पर जम कर बरसे। उन्होंने झाविमो सुप्रीमो द्वारा नक्सलियों को बचाने के आरोप पर कहा कि बाबूलाल मरांडी पूर्व मुख्यमंत्री हैं। उनके द्वारा इस तरह का गैरजिम्मेदाराना बयान उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने 14 साल तक इसी तरह की गंदी राजनीति की है। अब तो वह झारखंड की जनता को बख्श दें।

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