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धनबाद के पॉलीटेक्निक मैदान में निकल रही मिथेन गैस

पॉलीटेक्निक कॉलेज के मैदान के एक हिस्से में गैस रिसाव हो रहा है। वहां माचिस की तिल्ली जलाने से भभक कर आग लग जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि यह मिथेन गैस है। धनबाद और उसके आसपास कोयले की खदान है...

धनबाद के पॉलीटेक्निक मैदान में निकल रही मिथेन गैस
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 10 Nov 2014 10:53 PM
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पॉलीटेक्निक कॉलेज के मैदान के एक हिस्से में गैस रिसाव हो रहा है। वहां माचिस की तिल्ली जलाने से भभक कर आग लग जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि यह मिथेन गैस है। धनबाद और उसके आसपास कोयले की खदान है और मीथेन गैस मिलना आम बात है। लेकिन धनबाद शहर में पहली बार ऐसी घटना सामने आई है। यह कौतुहल के साथ-साथ शोध का भी विषय है। इसकी सूचना जिला प्रशासन को भी दी गई है।

पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे स्थित मैदान में आसपास के इलाके के बच्चे क्रिकेट खेलते हैं। पिछले कुछ दिनों से मैदान के एक हिस्से में एक अजीब सी गंध आ रही थी। बाबूडीह के रहने वाले अरूण सिंह के पुत्र राजकरण ने जब मैदान के उस हिस्से की मिप्ती उठाई तो उसमें से मिथेन गैस (कुछ-कुछ एलपीजी) की तरह महक आ रही है। उसने यह बात जाकर अपने पिता को बताई।

माचिस की तिल्ली से जलने लगती है घास
मैदान के जिस हिस्से में गैस की गंध आ रही है वहां माचिस की तिल्ली जलाने से हरी घास भी जलने लगती है। सोमवार को अरुण सिंह ने इसकी सूचना स्थानीय पार्षद अशोक पाल को दी। स्थानीय लोगों ने जाकर वहां खुदाई भी की लेकिन पता नहीं चल पाया कि यह गंध कहां से निकल रही है।

जमीन के ऊपर खतरनाक नहीं है मिथेन
आइएसएम के प्रोफेसर धीरज कुमार ने बताया कि मिथेन गैस अगर जमीन के नीचे से बाहर आकर ऑक्सीजन से मिल जाए तो यह खतरनाक नहीं है। लेकिन जमीन के 700-800 मीटर नीचे मौजूद मिथेन गैस काफी ज्वलनशील है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ
प्रो धीरज कुमार (माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग, आइएसएम) :- आमतौर पर कोल सिम में ही मिथेन गैस के निकलने की संभावना अधिक रहती है। लेकिन कभी-कभी जमीन के नीचे अधिक मात्रा में गोबर होने से भी उससे मिथेन गैस निकल सकती है। जांच के बाद ही यह बताया जा सकेगा कि वह मिथेन है या कुछ और।

बीके सिन्हा (रिजनल डाइरेक्टर, सीएमपीडीआइएल, धनबाद) :- धनबाद में कोयले का भंडार है लेकिन पॉलीटेक्निक के इलाके में कहीं भी कोयला होने के सबूत नहीं मिले हैं। ऐसे में इसे मिथेन बताना अभी जल्दीबाजी होगी। जांच के बाद पता चलेगा कि आखिर वहां आग कैसे लग रही है।

गैस रिसाव का होना है शोध का विषय है। आइएसएम, सिंफर और ओएनजीसी की टीम को भेजकर जांच होगी। 
- प्रशांत कुमार, डीसी, धनबाद 

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