गढ़वा-पलामू में दो लोगों की हत्या
मेदिनीनगर और गढ़वा में दो लोगों की हत्या कर दी गई है। मेदिनीनगर के हुसैनाबाद में रविवार को गोलीबारी में एक युवक मारा गया, जबकि गढ़वा में शनिवार देर रात एसडीओ आवास के पास एक व्यवसायी की दिन-दहाड़े गोली...
मेदिनीनगर और गढ़वा में दो लोगों की हत्या कर दी गई है। मेदिनीनगर के हुसैनाबाद में रविवार को गोलीबारी में एक युवक मारा गया, जबकि गढ़वा में शनिवार देर रात एसडीओ आवास के पास एक व्यवसायी की दिन-दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई।
गढ़वा में रात करीब साढ़े 10 बजे झलुआ निवासी पोल्ट्री व्यवसायी फुजैल अहमद अपने घर जा रहा था। एसडीओ आवास के सामने पहुंचने पर घात लगाए हमलावरों ने उसे गोली मार दी। एक गोली लगते ही फुजैल ने अपनी स्कूटी छोड़ कर ऑफिसर्स कॉलोनी की तरफ भागने की कोशिश की, पर अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर उसे छलनी कर दिया। इस वारदात में नवादा निवासी रजाक अंसारी भी गोली लगने से घायल हो गया। वह फुजैल से आगे अपनी बाइक से जा रहा था।
घटना की सूचना मिलते ही एसपी प्रियदर्शी आलोक, डीएसपी प्रेमनाथ, इंस्पेक्टर अशोक कुमार, थाना प्रभारी निरंजन कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापामारी जारी थी।
मृतक के भाई मुस्ताक अहमद ने बताया कि उसका भाई फुजैल नुरूल के साथ साझेदारी में पोल्ट्री की दुकान चलाता था। नुरूल की बेटी को बबलू रंगसाज नामक युवक पहले भी भगा ले गया है। पार्टनर होने के नाते लड़की की बरामदगी के लिए नुरूल का सहयोग फुजैल कर रहा था। बबलू ने फुजैल को कई बार धमकी दी थी। लड़की की बरामदगी से संबंधित पूछताछ के लिए ही वह थाना गया था। थाना से लौटने के क्रम में ही उसकी हत्या कर दी गई।
उधर हुसैनाबाद के हरिहर चौक पर रविवार को दिन-दहाड़े करीब नौ बजे दो बाइक पर सवार चार अज्ञात अपराधियों ने कुर्मीटोला निवासी नौरंग चौधरी के पुत्र मिंटू चौधरी (28) को गोलियों से उड़ा दिया। घटना की सूचना मिलते ही हुसैनाबाद के एसडीपीओ नसरुल्लाह खान, पुलिस निरीक्षक कमलेश सिंह व थाना प्रभारी संतोष कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस ने घटना स्थल से छह खोखा, एक मिसफायर और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है। मृतक के चाचा शव को लेकर हुसैनाबाद अस्पताल पहुंचे। वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। हत्या से आक्रोशित कुर्मीटोला मुहल्ले के लोगों ने अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अस्पताल में हंगामा किया।
एसडीपीओ का कहना है कि मृतक आपराधिक प्रवृत्ति का था और वह अनुज विश्वकर्मा की हत्या के मामले में जेल में बंद था। करीब एक माह पूर्व ही वह जेल से बाहर निकला था।