धनबाद में ऑनलाइन व्यवस्था चरमराई, लिंक फेल रहना, नेट का स्लो चलना आम बात
धनबाद में ऑनलाइन व्यवस्था चरमरा गई है। सरकार ने विभागों को डिजिटल और ऑनलाइन करने की कवायद तेज कर दी गई है, लेकिन दूसरी ओर कई विभागों में यह व्यवस्था ठप है। लिंक फेल रहना, नेट का स्लो चलना तथा सिस्टम...
धनबाद में ऑनलाइन व्यवस्था चरमरा गई है। सरकार ने विभागों को डिजिटल और ऑनलाइन करने की कवायद तेज कर दी गई है, लेकिन दूसरी ओर कई विभागों में यह व्यवस्था ठप है। लिंक फेल रहना, नेट का स्लो चलना तथा सिस्टम फेल कर जाना सरकारी विभागों में आम बात हो गई है। सरकार ने कई विभागों को डिजिटल तो कर दिया गया है, लेकिन यहां हफ्तों लिंक फेल रहता है। पिछले दिनों महीनों तक रजिस्ट्री ऑफिस का लिंक फेल हो गया था। सॉफ्टवेयर की खराबी के कारण डाटा भी नहीं मिल रहा था। अभी जिला परिवहन कार्यालय का लिंक फेल है। 20 दिनों से यह स्थिति है। हजारों लोग लाइसेंस बनाने के लिए भाग-दौड़ कर रहे हैं। डीटीओ रविराज शर्मा बताते हैं कि लिंक फेल होने की समस्या से काफी परेशानी है। झारनेट में हमेशा ही गड़बड़ी रहती है। बार-बार मुख्यालय से शिकायत की गई है। कभी सारथी सॉफ्टवेयर में खराबी की बात कही जाती है, तो कभी केबल कटने का कारण बताते हैं।
लिंक फेल हो जाने की वजह से लर्निंग लाइसेंस लोगों को नहीं मिल पा रहा है। अभी तक पांच सौ से उपर लर्निंग लाइसेंस नहीं बन पाया है। कार्यालय के प्रधान सहायक टीएन मिश्रा ने बताया कि लाइसेंस नवीकरण के लिए 2000 से ऊपर आवेदन पड़े हुए हैं।
ऑनलाइन बिजली बिल भुगतान नहीं
बिजली विभाग ने ऑनलाइन बिजली बिल भुगतान की व्यवस्था की थी। लेकिन यह व्यवस्था शुरू से ही चरमरा गई। ऑनलाइन भुगतान नहीं होने से लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। घंटो लाइन लगाकर बिजली बिल जमा किया जा रहा है। हालांकि विभाग ऑनलाइन भुगतान सही होने का दावा करता रहा है। ईई असगर अली अंसारी ने बताया कि ऑनलाइन भुगतान हो रहा है, खामियों को दूर कर ली गई है।
निगम से ऑनलाइन नहीं पास हो रहा नक्शा
राज्य सरकार के आदेश के बावजूद अभी तक धनबाद नगर निगम में साफ्टवेयर नहीं बनने के कारण ऑनलाइन व्यवस्था नहीं शुरू हुई है। इसके कारण निगम से अभी तक 800 से अधिक नक्शे पास नहीं हो सके हैं।