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गोमो से निरसा तक भक्ति की बयार

गोमो से निरसा तक शनिवार को भक्ति की बयार बही। धार्मिक जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंजते रहे।तोपचांची प्रखंड के हरिहरपुर दास टोले में आयोजित पांच दिवसीय श्रीश्री हनुमंत शिवलिंग प्राण प्रतिष्ठा सह भागवत...

गोमो से निरसा तक भक्ति की बयार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 16 Apr 2017 02:21 AM
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गोमो से निरसा तक शनिवार को भक्ति की बयार बही। धार्मिक जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंजते रहे।

तोपचांची प्रखंड के हरिहरपुर दास टोले में आयोजित पांच दिवसीय श्रीश्री हनुमंत शिवलिंग प्राण प्रतिष्ठा सह भागवत यज्ञ का शुभारंभ शनिवार को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। 501 युवतियों ने अपने माथे पर कलश धारण कर जमुनिया नदी घाट से जल भर कर वापस यज्ञ स्थल पर स्थापित किया। इसके बाद पूरे संस्कार के साथ पुरोहितों ने अनुष्ठान का शुभारंभ किया। ढोल-बाजे के साथ सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा में भाग लिया। पांच दिवसीय अनुष्ठान के दौरान वृंदावन से आए श्री सूर्यकांत त्रिपाठी हर शाम प्रवचन देंगे।

निरसा में शतचंडी महायज्ञ शुरू: निरसा के खुदिया फाटक स्थित राजेन्द्र क्लब के समक्ष श्रीश्री शतचंडी महायज्ञ के पहले दिन शनिवार को आचार्य श्री श्री 108 श्रीतंत्र योगी निर्वाण दर्शन मुनि उदासीन (नागा बाबा) वाराणसी (उत्तर प्रदेश) ने प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि व्यवहारिक धर्म की तीन व्याख्या है। पहला व्यवाहरिक धर्म, पारंपरिक धर्म एवं प्रति भाविक धर्म है। अगर व्यवहारिक धर्म की जानकारी हो गयी तो पारंपरिक धर्म आप अपनी जान जाएंगे। आज के युग में सभी भ्रामक रत्म धर्म में जी रहे है। प्रवचन के बाद रात नौ बजे शंकर लाल मिश्रा द्वारा रासलीला प्रस्तुत किया गया।

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