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वाट्स अप से बीएससी गणित का पेपर आउट

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का बीएससी द्वितीय वर्ष का गणित का पेपर शनिवार सुबह वाट्स अप से आउट कर दिया गया। इसकी सूचना मिलते ही पीयू प्रशासन में हड़कंप मच गया। विश्वविद्यालय से संबद्ध...

वाट्स अप से बीएससी गणित का पेपर आउट
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 26 Mar 2017 12:21 AM
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वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का बीएससी द्वितीय वर्ष का गणित का पेपर शनिवार सुबह वाट्स अप से आउट कर दिया गया। इसकी सूचना मिलते ही पीयू प्रशासन में हड़कंप मच गया। विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में लगभग दो सौ केंद्रों पर दूसरी पाली में होने वाली परीक्षा रद कर दी गयी। सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को पेपर आउट होने की सूचना दी गयी। उन्हें ताकीद किया गया कि वे बीएससी द्वितीय वर्ष के गणित के पेपर का सीलबंद लिफाफा न खोलें। आनन-फानन में सारे सीलबंद पेपर वापस मंगा लिये गये। जानकारी यह भी है कि सूचना के अभाव में कुछ केन्द्रों पर संबंधित पेपर की परीक्षा शुरू हो चुकी थी। बाद में परीक्षा निरस्त कर दी गयी। शनिवार सुबह वाट्स अप पर आउट किये गये बीएससी द्वितीय वर्ष के गणित के पेपर के प्रथम पेज पर 17/172 कोड अंकित था। लिनियर अल्जेबरा एंड मैट्रिक्स के पर्चे में ए, बी व सी कैटेगरी में कुल चार पेजों पर 17 प्रश्नों के जवाब पूछे गये थे। ये 65 अंक के थे। पेपर आउट होने की सूचना मिलते ही परीक्षा नियंत्रक संजीव सिंह सन्न रह गये। उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल को दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरे मामले की पड़ताल की। इसमें पाया गया कि बीएससी द्वितीय वर्ष का गणित का पेपर वाट्स अप पर आउट कर दिया गया है। कुलपति के निर्देश पर पीयू से संबद्ध जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ के महाविद्यालयों व हंडिया पीजी कॉलेज (इलाहाबाद) में लगभग दो सौ परीक्षा केंद्रों के व्यवस्थापकों को पेपर आउट होने की जानकारी दी गयी। उनसे कहा गया कि वे दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से होने वाली परीक्षा के प्रश्नपत्र का सीलबंद लिफाफा न खोलें। बावजूद इसके कुछ सूचना के अभाव में कुछ केंद्रों पर परीक्षा शुरू हो चुकी थी। बाद में परीक्षा रद कर दी गयी। लगभग दो सौ केन्द्रों पर साढ़े आठ हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा देने आये थे।इस बाबत कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन पता कर रहा है कि गड़बड़ी कहां से हुई। परीक्षा से पहले सीलबंद लिफाफे से पेपर बाहर कैसे आया। सीलबंद लिफाफों की जांच से पता चलेगा कि केन्द्र से सील तोड़ा गया या फिर विश्वविद्यालय में गड़बड़ी हुई। उन्होंने कहा कि दोषी लोगों पर केस दर्ज किया जायेगा।

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