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जहरीला चूरन खाने से भाई-बहन की मौत

सरपतहां थाना क्षेत्र के भैसौली गांव में शुक्रवार को जहरीला चूरन खाने से बीमार 9 लोगों में सगे भाई-बहन की मौत हो गयी। मृत बच्चों के खानदान के एक महिला समेत अन्य बच्चे अस्पताल में भर्ती है। दो का इलाज...

जहरीला चूरन खाने से भाई-बहन की मौत
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 25 Mar 2017 01:50 PM
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सरपतहां थाना क्षेत्र के भैसौली गांव में शुक्रवार को जहरीला चूरन खाने से बीमार 9 लोगों में सगे भाई-बहन की मौत हो गयी। मृत बच्चों के खानदान के एक महिला समेत

अन्य बच्चे अस्पताल में भर्ती है। दो का इलाज सुल्तानपुर जिला अस्पताल व बाकी का इलाज ट्रामा सेंटर लखनऊ में चल रहा है। चूरन बेचने वाले थोक व फुटकर तीन विक्रेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम शाहगंज को गांव की सैकड़ों महिलाओं ने घेर लिया। मुआवजे की मांग की। एसडीएम ने स्वास्थ केन्द्र के डाक्टर व अन्य को कड़ी फटकार लगाते हुए कार्रवाई के लिए संस्तुति की है। घटना से पूरे गांव में हड़कम्प मचा रहा।

उक्त गांव निवासी संजय वर्मा व हरीश वर्मा सगे भाई हैं। जबकि अरविन्द वर्मा दोनों के चचेरे भाई हैं। इन लोगों के बच्चों ने शुक्रवार को गांव में अनुसूइया देवी के यहां से चूरन खरीद कर खा लिया। चूरन खाते ही संजय वर्मा की आठ वर्षीय बेटी रिया व तीन साल का बेटा अनुभव व पांच वर्षीय बेटा अंशू, हरिश वर्मा का पांच वर्षीय पुत्र दीक्षेत, सात वर्षीय पुत्री दीशा, छह वर्षीय खुशी पुत्री चंद्रहास वर्मा, अरविन्द वर्मा का पांच वर्षीय अभी, सात वर्षीय सनी अचेत होने लगे। अरविन्द की पत्नी ने देखा कि चूरन खाने से बच्चे अचेत हो रहे हैं। उसने भी चेक करने के लिए खा लिया वह भी अचेत हो गयी। बच्चों व महिला को अचेत होता देख लोग घबरा गए। आनन फानन में इलाज के लिए नजदीक के स्वास्थ केन्द्र पर गए। वहां पर डाक्टर नहीं थे। मजबूरन लोगों को सुल्तानपुर लेकर जाना पड़ा।

इलाज के दौरान रात लगभग दस बजे संजय वर्मा के बच्चे रिया व अनुभव की मौत हो गयी। जबकि शनि व अभि का इलाज राजकीय पुरुष अस्पताल सुल्तानपुर में चल रहा है। परिवार वालों ने अन्य को ट्रामा सेंटर लखनऊ में भर्ती कराया है। इधर घटना की जानकारी होते ही थानाध्यक्ष सरपतहां रितेन्द्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंच गए। लोगों ने बताया कि गांव की अनुसुइया देवी की दुकान से चूरन खरीदा गया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। महिला ने बताया कि उसने यह चूरन कृष्णानंद अग्रहरी के यहां से खरीदा है। पुलिस ने कृष्णा को भी गिरफ्तार कर लिया। कृष्णा ने भी थोक विक्रेता मुश्ताक अहमद निवासी सूरापुर के यहां से चूरन खरीदने की बात की। मौके पर पहुंची पुलिस ने मुश्ताक को भी गिरफ्तार कर दुकान को सील कर दिया।

इस दौरान कादीपुर (सुल्तानपुर) के थानाध्यक्ष भी मौजूद थे। सुबह जानकारी होने पर एसडीएम शाहगंज सत्य प्रिय सिंह व पुलिस के लोग पहुंचे। गांव में पहुंचते ही एसडीएम का महिलाओं ने घेराव कर लिया। मुआवजे की मांग की। शिकायत भी की कि अगर यहां से महज सौ मीटर की दूरी पर स्थित अतरिक्त स्वास्थ केन्द्र पर डाक्टर मौजूद होते तो इलाज सम्भव था। लेकिन डाक्टर गायब रहता है।

एसडीएम की जांच में अस्पताल में फार्मासिस्ट मिला

सुइथाकला। हिन्दुस्तान संवाद

एसडीएम शाहगंज सत्य प्रिय सिंह ने शुक्रवार को पूर्वान्ह पूरे लाव लश्कर के साथ अस्पताल का दौरा किया। वहां केवल फार्मासिस्ट ही मौजूद था। डाक्टर हस्ताक्षर बनाकर दो दिन से गायब थे। फार्मासिस्ट ब्रह्मदेव यादव से पूछताछ की गयी। कार्रवाई के लिए एसडीएम ने संस्तुति की। सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र सुइथाकला के प्रभारी डा. विक्रात को फटकार लगाते हुए कहा कि कार्रवाई होगी। एसडीएम ने गांव की महिलाओं को भरोसा दिया कि नियमानुसार जो कार्रवाई होगी वह की जाएगी।

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