कोल्हान और झारखंड भूकंप से सुरक्षित
उत्तराखंड में आए भूकंप का असर कोल्हान और झारखंड में नहीं हुआ। कम खतरे में आने वाले जोन के कारण कोल्हान परिक्षेत्र सुरक्षित रहा। मृदा अपरदन और मृदा क्षरण काफी कम होने के कारण भूकंप के मामले में झारखंड...
उत्तराखंड में आए भूकंप का असर कोल्हान और झारखंड में नहीं हुआ। कम खतरे में आने वाले जोन के कारण कोल्हान परिक्षेत्र सुरक्षित रहा। मृदा अपरदन और मृदा क्षरण काफी कम होने के कारण भूकंप के मामले में झारखंड सुरक्षित जोन है।
तीव्रता क्षेत्र चार में आता है कोल्हान
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विनय कुमार मंडल ने बताया कि कोल्हान परिक्षेत्र में भूकंप से खतरा कम है। एक से पांच अलग-अलग श्रेणियों में बंटे भूकंपीय क्षेत्र में कोल्हान तीव्रता क्षेत्र-4 में आता है। इसलिए इस इलाके में भूकंप का खतरा कम रहता है। झारखंड का दक्षिणी भाग तीव्रता क्षेत्र-3 में आता है।
रक्टिर स्केल पर 5 से कम तीव्रता वाले भूकंप हल्के
मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि रक्टिर स्केल पर 5 से कम तीव्रता वाले भूकंप हल्के होते हैं। साल में करीब छह हजार ऐसे भूकंप आते हैं, जबकि 2 या उससे कम तीव्रता वाले भूकंपों का कोई रिकॉर्ड नहीं है कि क्योंकि इनके झटके भी महसूस नहीं होते हैं।