सरायकेला- खरसावां जिला न्यायालय की लिपिक ने की आत्महत्या
सरायकेला- खरसावां जिला न्यायालय की लिपिक सीता कुजूर (30 साल) शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। आत्महत्या किन कारणों से की, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। मामले का खुलासा शाम पौने पांच बजे हुआ। जब सीता की...
सरायकेला- खरसावां जिला न्यायालय की लिपिक सीता कुजूर (30 साल) शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। आत्महत्या किन कारणों से की, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। मामले का खुलासा शाम पौने पांच बजे हुआ। जब सीता की पड़ोस में रहनेवाली नुपूर उससे मिलने गई।
रांची की रहनेवाली थी कुजूर : अविवाहित कुजूर रांची की रहनेवाली थी। सरायकेला में एक निजी मकान में किराये पर रहती थी। मृतका सरायकेला कोर्ट में वर्ष 2012 में नियुक्त हुई थी। शुक्रवार को उसने छुट्टी ली थी।
जांच के बाद होगा मामले का खुलासा : सरायकेला थानेदार राजीव कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है। लेकिन, जांच के बाद ही खुलासा होगा। सिंह ने कहा कि मृतका के गले में निशान है। उसके शरीर पर किसी तरह का कोई निशान नहीं है।
फांसी लगाकर की आत्महत्या : मृतका के पड़ोस के कमरे में रहनेवाली कोर्ट की कर्मचारी नुपूर कोर्ट से अपने कमरे गई। इस दौरान सीता कुजूर का कमरा बंद था। दरवाजा खोलने के लिए कई बार सीता को आवाज दी, लेकिन जवाब नहीं मिला। जब दरवाजे को धक्का लगाई तो मामले का खुलासा हुआ। नुपूर ने देखा कि सीता गले में फांसी लगाकर छत से लटकी हुई है।
नुपूर ने दी घटना की जानकारी : नुपूर ने इस घटना की जानकारी कोर्ट के न्यायिक पदाधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को दी। सरायकेला-खरसावां जिला एवं सत्र न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मचारी सीता कूजूर के घर पहुंचे। और पुलिस को मामले की सूचना दी। सरायकेला सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इस दौरान एसडीपीओ सुमित कुमार व अन्य कर्मचारी अस्पताल में मौजूद रहे।
मृतका के परिजनों को दी सूचना : मृतका के परिवार में एक बहन और मां है। मां रांची में रहती है। बहन लोहरदगा में बैंक में काम करती है। मृतका के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है।