फोटो गैलरी

Hindi Newsअलकायदा के तार जमशेदपुर तक, एटीएस ने ली तलाशी

अलकायदा के तार जमशेदपुर तक, एटीएस ने ली तलाशी

फिर एक बार अलकायदा से संपर्क रखनेवालों की शहर में तलाश शुरू हो गई है। एटीएस की टीम शुक्रवार तड़के शहर में कुछ लोगों के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद लौट गई। एटीएस को पहले से ही कलीम की तलाश है।...

अलकायदा के तार जमशेदपुर तक, एटीएस ने ली तलाशी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 06 May 2017 02:50 PM
ऐप पर पढ़ें

फिर एक बार अलकायदा से संपर्क रखनेवालों की शहर में तलाश शुरू हो गई है। एटीएस की टीम शुक्रवार तड़के शहर में कुछ लोगों के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद लौट गई। एटीएस को पहले से ही कलीम की तलाश है। पिछले दिनों एटीएस को कुछ ऐसी जानकारी मिली जिसके आधार पर गुरुवार रात में तलाशी अभियान चला।

एटीएस जमशेदपुर में पकड़े गए अलकायदा के संदिग्धों की जांच कर रही है। तिहाड़ जेल में बंद अब्दुल रहमान कटकी, मो. सामी, मसूद और राजू के मामले में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। आरोप पत्र में उनसे संपर्क रखनेवाले 26 लोगों के नाम हैं।

जमशेदपुर से अलकायदा का संपर्क : इधर, हाल के दिनों में पकड़े गए संदिग्धों से इस बात की जानकारी मिली थी कि अलकायदा ने भारत में अपने संगठन एक्यूआईएस को स्थापित करने के लिए उत्तरप्रदेश और झारखंड को मुख्य केंद्र माना था। इसके लिए उसने बेंगलुरू और हैदाराबाद के कुछ लोगों को अपने नेटवर्क से जोड़ा था। यही वजह थी कि एक्यूआईएस यानी अलकायदा माडयूल इन इंडियन सब कांटीनेंट के रिक्रटमेंट सेल में वैसे लोगों को चुना था जो तकरीर कर युवाओं को प्रेरित करते सकें।

झारखंड नेटवर्क की जांच : पिछले दिनों अलकायदा के रिक्रूटमेंट सेल प्रमुख अब्दुल रहमान कटकी से मिली जानकारी के आधार पर ही एटीएस कार्रवाई कर रही है। तब यह बात सामने आई थी कि झारखंड में मुख्य रूप से जमशेदपुर, रांची, हजारीबाग, लोहरदगा, चतरा, गुमला आदि क्षेत्रों में युवाओं को अपने साथ जोड़ने में अब्दुल रहमान कामयाब रहा था।

यहां से मिलती है आर्थिक मदद : एक्यूआईएस को आर्थिक मदद मुख्य रूप से डॉ. सबील के माध्यम से मिलती थी। डॉ. सबील और कफिल नामक दो भाइयों पर 30 जून 2007 में लंदन के ग्लैस्गो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुए कार बम धमाके में शामिल होने का आरोप है। इस धमाके में घायल कफिल की 2 अगस्त 2007 में इलाज के दौरान लंदन में ही मौत हो गई थी, जबकि उसके भाई डॉ. सबील को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जो गिरफ्तारी के दो साल बाद फरार हो गया था। दोनों भाई बेंगलुरु निवासी हैं। डॉ. सबील की बहन की शादी जमशेदपुर में हुई थी। डॉ. सबील के नेटवर्क में विदेशों के कई ऐसे लोग हैं जो उसे पैसे देते हैं। इसके अलावा अन्य स्थानीय श्रोत भी हैं।

कलीम पर यह है आरोप : एटीएस सूत्रों के अनुसार मौलाना अब्दुल कलीम का पुत्र हुजैफा अलकायदा आतंकी कटकी के ओडिशा के जगतपुर स्थित मदरसे में पढ़ रहा था। जब दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने अलकायदा से संबंधों के कारण कटकी को गिरफ्तार किया तो उसके जमशेदपुर से संपर्क और अब्दुल सामी के बारे में पता चला। उसी जांच में यह बात भी सामने आई कि कलीम के पास ही कटकी आता था और उनके पास ही रहता था। उससे पूछताछ में कई जानकारी मिल सकती है।

आतंक पर ऐसे कसा शिकंजा

16 दिसंबर 2015 : ओडिशा पुलिस आतंकी अब्दुल रहमान उर्फ कटकी को गिरफ्तार की थी, जिसने जमशेदपुर में युवकों को आतंकवादी बनाने के लिए प्रशिक्षित किया था। कटकी जमशेदपुर में कई बार आ चुका है। उससे ही धतकीडीह निवासी सामी के अलकायदा के लिए प्रशिक्षण लेने पाकिस्तान जाने का पता चला।

18 जनवरी 2016 : हरियाणा के मेवात में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने धतकीडीह बी ब्लॉक एके रेसीडेंसी निवासी मो. सामी को गिरफ्तार किया था। वह अलकायदा का संदिग्ध आतंकी है, जिसे ओडिशा के जगतपुर में मदरसा चलाने वाले अब्दुल रहमान कटकी के माध्यम से पाकिस्तान में हथियार चलाने का प्रशिक्षण मिला था। वह 16 लोगों के तब्लीग जमात के साथ दिल्ली से मेवाद गया था। जहां मस्जिद में उसे पकड़ा गया। उससे पूछताछ में पता चला कि जमशेदपुर के दो युवक कटकी से सीधे संपर्क में थे।

25 जनवरी 2016 : जमशेदपुर के धतकीडीह के रज्जाक क्वार्टर से अलकायदा के संदिग्ध मसूद अजहर उर्फ मोनू और मानगो के आजादबस्ती निवासी नसीम उर्फ राजू को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से पिस्तौल मिला।

25 अप्रैल 2016 : कटकी और सामी को तिहाड़ जेल से जमशेदपुर लाया गया और उन्हें घाघीडीह जेल भेज दिया गया।

27 अप्रैल 2016 : अलकायदा के संदिग्ध कटकी और सामी को सात दिनों की रिमांड पर लिया गया

2 मई 2016 : दोबारा मसूद और राजू को रिमांड पर लिया गया। चारों को आमने-सामने बैठाकर क्रॉस चेकिंग की गई।

4 मई 2016 : चारों को घाघीडीह सेंट्रल जेल भेज दिया गया।

10 मई 2016 : कटकी और सामी को वापस तिहाड़ जेल भेज दिया गया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें