सीरिया में टॉमहॉक का कहर: इस वजह से US ने किया टॉमहॉक से हमला
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सीरिया विद्रोहियों द्वारा गैस हमले के इस्तेमाल से गुस्साए अमेरिका ने गुरुवार रात को 59 टॉमहॉक मिसाइलें दागीं। लेकिन सवाल यह है कि अमेरिकी नैवी ने सीरिया में हमले के लिए टॉमहॉक मिसाइल ही क्यों चुनी?
बताया जा रहा है टॉमहॉक मिसाइल दुनिया की 10 सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक है। अमेरिका की यह मिसाइल सबसे ज्यादा खतरनाक इसलिए है क्योंकि इसे 1000 मील यानी करीब 1600 किलोमीटर की दूरी से लांच किया जा सकता है। इतना ही नहीं इस मिलाइल से दुष्मन के ठिकाने को निशाना बनाने के लिए टार्गेट के पास किसी पायलट की जरूरत भी नहीं होती। यही कारण है कि अमेरिकी नैवी ने गुरुवार की रात सीरिया में आईएस आतंकियों के संभावित ठिकानों को तबाह करने के लिए टॉमहॉक मिसाइल का चुनाव किया।
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लेकिन क्या भारत के पास भी टॉमहॉक मिसाइल के टक्कर की कोई मिसाइल है? और टॉमहॉक के बाद सबसे खतरनाक मिसाइल किस देश के पास है?
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भारत की सबसे ताकतवर मिसाइलें
अमेरिका की टॉमहॉक के जवाब में भारत के पास परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइल अग्नि -5 है। इसकी मारक क्षमता 5500 किलोमीटर है जिसे बढ़कार 7000 किमी तक किया जा सकता है। इस मिसाइल ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसकी रेंज में पूरा चीन आता है।
इसके अलावा भारत के पास क्रूज मिसाइल ब्रम्होस है जिसे जल, थल ओर वायु कहीं से भी दागा जा सकता है। ब्रम्होस दुनिया गिनी चुनी मिसाइलों में एक है।
आर -35
वहीं अमेरिका की टॉहॉक की तुलना में सबसे ज्यादा खतरनाक मिसाइल रूस की आर -35 को माना गया है। यह मिसाइल 10200 किमी से लेकर 16000 किमी दूरी तक मार कर सकती है। इतना ही नहीं एक बार में यह 10 ठिकानों को निशाना बना सकती है।
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