स्मार्टफोन से सुरक्षा बलों की हो रही जासूसी
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई मोबाइल गेमिंग, टॉप गन, एमपीजंकी, वीडेजंगी और टाकिंग फ्रॉग जैसी म्यूजिकल एप्लीकेशन और मोबाइल गेमिंग के जरिए भारतीय सुरक्षा बलों की जासूसी कर रही है। लोकसभा में गृह...
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई मोबाइल गेमिंग, टॉप गन, एमपीजंकी, वीडेजंगी और टाकिंग फ्रॉग जैसी म्यूजिकल एप्लीकेशन और मोबाइल गेमिंग के जरिए भारतीय सुरक्षा बलों की जासूसी कर रही है। लोकसभा में गृह राज्य मंत्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी ने मंगलवार को एक सवाल पर बताया कि आईएसआई रोजगार मुहैया कराने और वित्तीय मदद के नाम पर पूर्व सैनिकों को जासूसी के जाल में फंसाने का प्रयास कर रही है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी मोबाइल एप के जरिए वायरस भेजकर भारतीय सुरक्षा बलों की निगरानी कर रही है। इन मोबाइल एप में टॉप गन, एमपीजंकी, वीडीजंकी, टॉकिंग फ्रॉग जैसे एप शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012-13 के दौरान आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में सात पूर्व सैनिकों को गिरफ्तार किया गया था।
सुरक्षा के इंतजाम
गृह राज्य मंत्री ने बताया, भारतीय सुरक्षा बलों को इस बारे में अवगत कराया गया है कि आईएसआई संदिग्ध स्मार्टफोन एप्लीकेशन के जरिए इस काम को अंजाम दे रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, सरकार ने सभी मंत्रालयों और विभागों को कम्प्यूटर सुरक्षा नीति के संबंध में नीति और निर्देश जारी किए हैं। साथ ही साइबर सुरक्षा के लिए सीसीटीवी और बॉयोमेट्रिक निगरानी तंत्र स्थापित करने की योजना है।