फोटो गैलरी

Hindi Newsअमेरिका में पेरिस जैसे हमले का कोई खतरा नहीं: FBI

अमेरिका में पेरिस जैसे हमले का कोई खतरा नहीं: FBI

खूंखार आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट का एक वीडियो सामने आने के बाद एफबीआई ने कहा है कि अमेरिका में पेरिस जैसा हमला किए जाने का कोई विश्वसनीय खतरा नहीं है। इस वीडियो में आतंकी समूह ने चेतावनी दी गई है कि...

अमेरिका में पेरिस जैसे हमले का कोई खतरा नहीं: FBI
एजेंसीFri, 20 Nov 2015 11:05 AM
ऐप पर पढ़ें

खूंखार आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट का एक वीडियो सामने आने के बाद एफबीआई ने कहा है कि अमेरिका में पेरिस जैसा हमला किए जाने का कोई विश्वसनीय खतरा नहीं है। इस वीडियो में आतंकी समूह ने चेतावनी दी गई है कि अमेरिका उसका अगला निशाना हो सकता है।

एफबीआई के निदेशक जेम्स कोमे ने कल कहा, हम यहां पेरिस जैसे किसी हमले के किसी विश्वसनीय खतरे से अवगत नहीं हैं और हमने पेरिस के हमलावरों और अमेरिका के बीच कोई संबंध नहीं देखा है। उन्होंने कहा, आईएसआईएस और उसके समर्थक वीडियो और पत्रिकाओं समेत हर तरह का दुष्प्रचार करते हैं लेकिन यह विश्वसनीय खुफिया जानकारी नहीं है। निश्चित तौर पर , हम इन सभी दुष्प्रचारक धमकियों की जांच करेंगे।

कोमे ने कहा, इसके बजाय अमेरिका में खतरा मुख्य तौर पर उन लोगों को लेकर है, जो आईएसआईएस के लिए कुछ हिंसक कर गुजरने के लिए इंटरनेट के माध्यम से प्रेरित हो रहे हैं।

कोमे ने कहा, हमने इस साल बहुत से ऐसे लोगों को रोका है। ऐसे कई अन्य लोग भी हैं, जिन्हें लेकर हमें चिंता है और हम अपने कानूनसंगत माध्यमों के जरिए पूरे देश में नजर बनाए हुए हैं। तो हम खतरे के बारे में यह सोचते हैं। इसी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद अमेरिकी अटॉर्नी जनरल लोरेटा ई लिंच ने कहा कि अमेरिका ने पूरी धमकी को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा, हम इन धमकियों के सामने आने के बाद इन्हें विफल करने के लिए उग्रता के साथ काम कर रहे हैं। अमेरिकी लोगों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों की हम गहरी जांच कर रहे हैं और उन्हें सजा दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विदेशी लड़ाकों के हितों और घरेलू हिंसक चरमपंथ से जुड़े बर्ताव करने वाले 70 से ज्यादा लोगों को अमेरिका ने वर्ष 2013 के बाद से अब तक आरोपित किया है। वह संभावित चरमपंथी गतिविधियों की निगरानी के लिए और उन्हें विफल करने के लिए लगातार कड़े कदम उठा रहा है। कोमे ने कहा कि पेरिस हमले के बाद अमेरिका ने कई सुरक्षात्मक कदम उठाए हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें