इमारतें बताएंगी भूकंप में कितना नुकसान हुआ
भविष्य की इमारतें भूकंप जैसी घटनाओं के बाद नुकसान की सटीक जानकारी देंगी। इसके लिए मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के शोधकर्ताओं ने एक नया कंप्यूटेशनल मॉडल विकसित किया है। इससे...
भविष्य की इमारतें भूकंप जैसी घटनाओं के बाद नुकसान की सटीक जानकारी देंगी। इसके लिए मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के शोधकर्ताओं ने एक नया कंप्यूटेशनल मॉडल विकसित किया है। इससे भूकंप के दौरान किसी इमारत के नुकसान और उसमें लगे उपकरणों में खराबी के संकेतों की निगरानी की जा सकती है।
वैज्ञानिकों के दल ने इस कंप्यूटेशनल मॉडल का परीक्षण एमआईटी के ग्रीन बिल्डिंग पर किया। यह 21 मंजिली इमारत पूरी तरह से कंक्रीट की बनी हुई है। शोधकर्ताओं ने अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वेक्षण के साथ इमारत की सामग्री पर साथ काम किया। इसमें 36 एसीलेरोमीटर पर काम किए गए।
इसमें इमारत की नींव से लेकर छत तक के चयनित तलों की गति और कंपन को रिकॉर्ड किया गया। एमआईटी के प्रोफेसर ओरल बायुकोजतुर्क ने कहा ‘इसके लिए सतत निगरानी और डाटाबेस बनाया जाएगा जो इमारत की एक स्वास्थ्य किताब की तरह होगा। उम्मीद है कि भूकंप जैसी घटनाओं के बाद हमें इसकी विशेषताओं में जल्द बदलाव दिखाई देगा और हमें यह पता चल सकेगा कि कहां और क्या नुकसान हुआ है।’