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Google fact: मुस्लिम भी आतंक के खिलाफ, सबूत हैं गूगल के 712 पेज

गूगल इस बात की पुष्टि करता है कि दुनियाभर में मुस्लिम भी आतंकवाद के खिलाफ हैं। गूगल पर ऐसे 712 पेज मौजूद हैं जिनमें दर्शाया गया है कि कैसे मुस्लिम भी समय-समय पर आतंक के खिलाफ एकजुट हुए...

Google fact: मुस्लिम भी आतंक के खिलाफ, सबूत हैं गूगल के 712 पेज
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Mar 2017 03:34 PM
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गूगल इस बात की पुष्टि करता है कि दुनियाभर में मुस्लिम भी आतंकवाद के खिलाफ हैं। गूगल पर ऐसे 712 पेज मौजूद हैं जिनमें दर्शाया गया है कि कैसे मुस्लिम भी समय-समय पर आतंक के खिलाफ एकजुट हुए हैं। 

यह सारे सबूत एक अमेरिकी मुस्लिम छात्रा हेरा हाशमी ने जुटाए हैं। 19 साल की हाशमी यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो की छात्रा हैं। एक दिन इतिहास की क्लास में उनके एक सहपाठी ने उनसे कहा, सारे मुस्लिम आतंकवादी नहीं होते लेकिन हर आतंकी मुस्लिम होता है। साथ ही कहा कि मुस्लिम कभी आतंक के खिलाफ खड़े भी नहीं होते। अपने सहपाठी की कही गई यह बातें हाशमी को परेशान करने लगीं। मुस्लिम तबके से होने के नाते उन्होंने तय किया कि वह अपने सहपाठी की इस गलतफहमी को जरूर दूर करेंगी। इसके लिए हाशमी ने गूगल का सहारा लिया। उन्होंने सर्च किया कि कब-कब दुनियाभर में आतंक के खिलाफ मुस्लिमों ने अपनी आवाज बुलंद की है। 

तैयार की 712 पेज की फाइल 
हाशमी ने बकायदा गूगल को खंगाल कर गूगल स्प्रेडशीट पर 712 पेज की एक फाइल तैयार की। इस फाइल में खबरों और रिसर्च के वो लिंक शामिल किए गए जिनमें मुस्लिमों द्वारा आंतक के विरोध की जानकारी दी गई है। हाशमी ने इसे 11 नवंबर 2016 को ट्विटर पर शेयर किया। जिसे 24 घंटे के भीतर 15 हजार बार रिट्वीट किया गया।  

मुस्लिमकंडेम.कॉम वेबसाइट बनाई 
हाशमी के इस प्रयास को काफी सराहाना मिली और एक हफ्ते के भीतर नवंबर में ही 'मुस्लिमकंडेम.कॉम' वेबसाइट बनकर तैयार हो गई। इस वेबसाइट में आईएस, 9/11, बोको हरम, ब्रसेल्स, बांगिंग जैसे लगभग 20 ऐसे टैग वर्ड बनाए गए हैं, जिन पर क्लिक करते ही हम यह जान सकते हैं कि किस किस ने उस आतंकी घटना की निंदा की है। 

मिले 5786 सबूत 
नवंबर के बाद से लगातार हाशमी की वेबसाइट को दुनियाभर से समर्थन मिल रहा है। अब तक गूगल स्प्रेडशीट पर भी उन्होंने लगभग 5786 लिंक शेयर किए हैं। जो मुस्लिमों द्वारा आतंकवाद के विरोध का सबूत देती हैं। हाशमी कहती हैं, कई बार यह बहुत परेशान करता है कि कुछ पागल लोगों की वजह से मुझे माफी मांगनी पड़ती है और अपने बचाव की कोशिश करनी पड़ती है। 

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