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मासूम की हालत ने हमलों की बर्बरता बयां की

सीरिया के एक बच्चे की सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीर ने युद्ध की भयानकता को उजागर कर दिया है। सीरिया में सरकार और विद्रोही दोनों के हमले जारी हैं, जिनकी मार सबसे ज्यादा देश के आम लोगों पर पड़...

मासूम की हालत ने हमलों की बर्बरता बयां की
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 18 Aug 2016 10:30 PM
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सीरिया के एक बच्चे की सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीर ने युद्ध की भयानकता को उजागर कर दिया है। सीरिया में सरकार और विद्रोही दोनों के हमले जारी हैं, जिनकी मार सबसे ज्यादा देश के आम लोगों पर पड़ रही है। हमले के पीडि़तों तक संयुक्त राष्ट्र की मदद भी नहीं पहुंच पा रही है। इस कारण संयुक्त राष्ट्र की मदद फिलहाल स्थगित कर दी गई है। 

सीरिया के विपक्षी कार्यकर्ताओं ने अलेप्पो शहर पर हवाई हमले के बाद मलबे से निकाले गए एक छोटे लड़के की मार्मिक तस्वीर जारी की है। तस्वीर में लड़का एक एंबुलेंस में बैठा दिख रहा है। वह धूल में सना, थका और बदहवास दिख रहा है। उसका चेहरा रक्तरंजित है। पांच साल के उमरान दक्नीश की यह तस्वीर सीरिया के मौजूदा हालात का प्रतीक बन गई है। यह युद्ध प्रभावित देश के उत्तरी शहर पर ढाहे गए कहर को दर्शाती है। उक्नीश की तस्वीर और वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब साझा किया जा रहा है। 

गुरुवार को अलेप्पो में डॉक्टर ओसामा अबू अल एज्ज ने यह तस्वीर देखकर दक्नीश की पहचान की। उन्होंने बताया कि विद्रोहियों के कब्जे वाले कतरजी इलाके में हवाई हमले के बाद बुधवार की रात इस बच्चे को 'एम-10' अस्पताल लाया गया था। उसके सिर पर जख्म था, लेकिन मस्तिष्क में कोई जख्म नहीं था। इसलिए उसे बाद में छुट्टी दे दी गई।

हवाई हमले के तुरंत बाद बचावकर्मी और पत्रकार कतरजी पहुंचे थे। उन्हीं में अल जजीरा मुबाशिर के फोटो पत्रकार महमूद रसलान भी थे, जिन्होंने दक्नीश की तस्वीर ली। उन्होंने बताया कि वह दक्नीश तक पहुंचने से पहले तीन बेजान लोगांे के शवों से होकर गुजरे थे। दक्नीश को उसके तीन सहोदरों और माता-पिता के साथ उसके ध्वस्त अपार्टमेंट से बचाया गया। संयोग से उन्हें गंभीर चोट नहीं लगी थी। एम10 अस्पताल में एक डॉक्टर ने बाद में आठ मौतों की बात कही, जिनमें पांच बच्चे थे। 

इस बीच, सीरिया पर संयुक्त राष्ट्र के शांति दूत ने गुरुवार को कहा कि गंभीर हालात को देखते हुए मानवीय टास्क फोर्स को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है। गुरुवार को टास्क फोर्स की बैठक को बीच में ही स्थगित कर दिया गया। इससे सीरिया में हमले के पीडि़तों के लिए संयुक्त राष्ट्र की ओर से दी जाने वाली मदद फिलहाल रुक गई है। 

कुर्दिश चुप नहीं बैठेंगे 
सीरिया सरकार ने कुर्दिशों के कब्जे वाले हसाका शहर पर गुरुवार को पहली बार जंगी जहाजों से हमले किए। पांच साल के गृहयुद्ध में यह पहली बार है जब हसाका पर हमला किया गया। इस पर कुर्दिश जन सुरक्षा इकाई ने कहा है वे हसाका शहर में सीरिया सरकार के हमलों को लेकर 'चुप नहीं रहेंगे'।  

युद्धविराम का प्रस्ताव
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के दूत दे मिस्तुरा का वह प्रस्ताव मानने की इच्छा रखता है, जिसमें अलेप्पो में साप्ताहिक तौर पर 48 घंटे के युद्धविराम की बात कही गई है। 

नए सिरे से रूस का हमला
इस बीच रूस और सीरिया के वायुयानों ने उत्तरी सीरिया में विद्रोहियों के ठिकानों पर गुरुवार को नए सिरे से धावा बोला। इससे पहले अलेप्पो से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित इदलिब शहर पर हुए बुधवार को हुए हमले में 15 नागरिकों समेत 25 लोग मारे गए।   

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