Trump इफेक्ट: कॉलेजों के आवेदन में आई कमी,US से डरने लगे स्टूडेंट्स
भारत के स्टूडेंट्स अधिकतर विदेश जाकर आगे की पढ़ाई करने का सपना देखते हैं। विदेश की अगर बात करें तो अमेरिका जाकर उच्च शिक्षा हासिल करने का सपना हर कोई अपने दिल में रखता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों...
भारत के स्टूडेंट्स अधिकतर विदेश जाकर आगे की पढ़ाई करने का सपना देखते हैं। विदेश की अगर बात करें तो अमेरिका जाकर उच्च शिक्षा हासिल करने का सपना हर कोई अपने दिल में रखता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में विदेशी छात्रों के इस झुकाव में गिरावट दर्ज हुई है।
हमारे सहयोगी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स ने एक रिपोर्ट के तहत यूएस स्टडीज पर एक खुलासा किया है। सर्वे में सामने आया है कि पिछले कुछ समय में यूएस विश्वविद्यालय में अंडरग्रेजुएट और इंटरनेशनल स्टडीज के लिए आवेदनों में 26 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। जबकि चीन में 25 फीसदी की गिरावट आई है। भारत और चीन से आए आवेदनों में कमी आई है।
यूएस के कुछ कॉलेज बताते हैं कि यहां विदेश से आने वाले छात्रों की संख्या में गिरावट आई है, अंतरराष्ट्रीय शिक्षा में स्टूडेंट्स बहुत कम एडमिशन ले रहे हैं। इसका एक अहम कारण यूएस में आई नई सरकार है। दरअसल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी बताते हैं कि डॉनल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों ट्रैवल पॉलिसी में जो बदलाव किए हैं, वीजा में दिक्कतें और नौकरी के अवसरों में कटौती से स्टूडेंट्स में आतंक फैल गया है।
बताया जा रहा है कि यूएस के कॉलेजों में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के एप्लिकेशन में 40 फीसदी की गिरावट आई है। दरअसल, अमेरिका अब विदेशियों का स्वागत नहीं करता है। पिछले दिनों ट्रंप ने जिस तरह की पॉलिसी का ऐलान किया था उसके बाद से वीजा में दिकत्तें और स्टडीज के लिए अमेरिका जाना बहुत ही मुश्किल हो गया है। अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ कॉलिजिएट रजिस्ट्रार एंड एडमिशन ऑफिसर्स का कहना है कि यूएस में बदलते हालातों की वजह से ऐसा हो रहा है।
सबसे ज्यादा गिरावट मिडल इस्ट के आवेदनों में कमी आई है। मुस्लिम देशों से स्टूडेंट्स यूएस आने से डर रहे हैं। 6 मुस्लिम देश ऐसे हैं जिन्होंने पिछले दिनों एत भी वीजा के लिए अप्लाई नहीं किया है।
जॉब्स की खबरों के लिए यहां क्लिक करें और पाएं सारी जानकारी