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पांच तस्वीरों में देखिए पेशावर हमले का हाल

पाकिस्तान के पेशावर में भारी हथियारों से लैस तालिबान आतंकवादियों ने आज वायु सेना के एक अड्डे और इसके अंदर बनी एक मस्जिद पर हमला कर दिया, जिसमें कम से कम 17 लोग मारे गए। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में...

पांच तस्वीरों में देखिए पेशावर हमले का हाल
एजेंसीFri, 18 Sep 2015 03:00 PM
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पाकिस्तान के पेशावर में भारी हथियारों से लैस तालिबान आतंकवादियों ने आज वायु सेना के एक अड्डे और इसके अंदर बनी एक मस्जिद पर हमला कर दिया, जिसमें कम से कम 17 लोग मारे गए। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 13 आतंकवादी भी ढेर हो गए।

देश के किसी सैन्य प्रतिष्ठान में हुए बड़े आतंकी हमलों में से एक इस हमले में विस्फोटक से भरे जैकेट पहने और हाथ से चलाए जाने वाले ग्रेनेड, मोर्टार, एके-47 राइफलों से लैस आतंकवादियों के समूह ने पहले एक सुरक्षा चौकी पर धावा बोला। फिर ये आतंकवादी खबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर के बाहरी हिस्से में स्थित बड़ाबेर एयर बेस में घुस गये।

सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसीम बाजवा ने टवीट कर बताया कि सुरक्षा बलों ने 13 आंतकवादियों को मार गिराया है। बाजवा ने कहा है कि वायु सेना शिविर के भीतर एक मस्जिद में 16 व्यक्ति नमाज अदा कर रहे थे जिन्हें आतंकवादियों ने मार डाला। एक अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि उन्हें एक और अज्ञात शव मिला है।

बाजवा ने कहा कि आतंकवादियों ने उप-समूहों में विभाजित होकर दो अलग अलग भागों से शिविर में प्रवेश किया और सुरक्षा बलों के साथ उनकी भीषण मुठभेड़ हुई। इस हमले में आठ सैनिकों और दो वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सहित कम से कम 22 लोग घायल हो गये।

घायल व्यक्तियों को पेशावर के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है और दो घायलों को लेडी रीडिंग अस्पताल (एलआरएच) ले जाया गया है। दोनों अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

टीटीपी के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने ईमेल के जरिए एक बयान में बताया हमारी आत्मघाती इकाई ने यह हमला किया। खुरासानी ने दावा किया कि आतंकवादियों ने करीब 80 सुरक्षा कर्मियों को घेर लिया, जिनमें से 50 मारे गये, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उसने यह भी दावा किया कि महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित निकल जाने दिया गया, लेकिन इसकी भी पुष्टि नहीं हो सकी है।

बाजवा ने बताया कि सुरक्षा बल शीघ्र ही घटनास्थल पर पहुंच गए और पूरे इलाके को सील कर दिया लेकिन गोलीबारी अब भी जारी है। बाजवा ने ट्वीट किया है, अभियान अभी जारी है। छिपे हुये आतंकवादियों की तलाश चल रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि उन्होंने आतंकवादियों को काले रंग के कपड़े और सफेद जूते पहने देखा।

नजदीकी निवासियों ने बताया कि हमला होने के बाद विस्फोट और गोलीबारी की आवाज अभी भी सुनी जा सकती है। कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हिदायतुर रहमान ने एक हेलीकॉप्टर से वायु सेना के अडडे की हवाई निगरानी की। तलाशी अभियान में करीब 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ पेशावर के लिए रवाना हो गये हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा की और कहा, आतंकवादियों का देश से सफाया कर दिया जाएगा।

बड़ाबेर एयर बेस कार्यशील नहीं है और इसका इस्तेमाल वायु सेना के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए एक रिहायश स्थान के तौर पर किया जाता है। आतंकवादी पेशावर को अक्सर अपना निशाना बनाते रहे हैं। पिछले साल दिसंबर में तालिबान के बंदूकधारियों ने सेना के एक स्कूल में हमला किया था, जिसमें 150 से अधिक लोग मारे गए थे। इनमें से अधिकतर बच्चे थे।

पिछले महीने भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने बलूचिस्तान प्रांत में एक हवाई अड्डे पर हमला किया था और इसकी रडार प्रणाली को ध्वस्त कर दो इंजीनियरों को मार डाला था। पिछले साल जून में कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 10 आतंकवादियों सहित 36 लोग मारे गये थे।

आज का हमला उस जगह पर हुआ है जो कबायली इलाकों से घिरी हुई है। कबायली इलाकों में पिछले एक साल में सेना ने तालिबान और अन्य उग्रवादियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है। पाकिस्तान में हजारों लोगों को मौत की नींद सुला देने वाले, करीब एक दशक से चल रहे इस्लामिक उग्रवाद को खत्म करने के उद्देश्य से सेना ने आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के प्रयासों के तहत जून 2014 में जर्ब-ए-अज्ब अभियान चलाया था।

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