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अमेरिका में गोलीबारी के बाद सिख समूह ने समुदाय से सावधान रहने के लिए कहा

टेनेसी में दाढ़ी वाले एक मुस्लिम युवक द्वारा सैन्य केंद्रों पर चार मरीनों को गोलियों से भून देने की घटना के बाद एक सिख अधिकार समूह ने सिख-अमेरिकी समुदाय से सावधानी बरतने की अपील की है, क्योंकि इस तरह...

अमेरिका में गोलीबारी के बाद सिख समूह ने समुदाय से सावधान रहने के लिए कहा
एजेंसीFri, 17 Jul 2015 11:01 AM
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टेनेसी में दाढ़ी वाले एक मुस्लिम युवक द्वारा सैन्य केंद्रों पर चार मरीनों को गोलियों से भून देने की घटना के बाद एक सिख अधिकार समूह ने सिख-अमेरिकी समुदाय से सावधानी बरतने की अपील की है, क्योंकि इस तरह की घटनाओं के बाद उनपर घृणा अपराधों का खतरा है।

सिख अधिकार समूह की ओर से यह चेतावनी 24 वर्षीय बंदूकधारी द्वारा टेनेसी स्थित दो अमेरिकी सैन्य केंद्रों पर गोलीबारी किए जाने के बाद जारी की गई है। इस गोलीबारी में चार मरीन मारे गए थे। अधिकारियों ने कहा कि इस हिंसक घटना की जांच घरेलू आतंकवाद के कार्य के रूप में की जा रही है। बंदूकधारी की पहचान एफबीआई ने मोहम्मद यूसुफ अब्दुलजीज के रूप में की गई है।

समूह ने कहा, इस हमले के बाद हम सिख-अमेरिकी समुदाय से भी सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील करते हैं। गोलियां चलाने वाले की पहचान मोहम्मद यूसुफ अब्दुलजीज के रूप में हुई है और उसने लंबी दाढ़ी रखी थी। समूह ने कहा कि इन हमलों के बाद अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक प्रतिघात, घृणा अपराधों और भेदभाव के लिहाज से असुरक्षित हो सकते हैं।

समूह ने लोगों से अपील की कि किसी भी धमकी या हिंसा की स्थिति में कानून प्रवर्तन संस्थाओं को सूचित करें और मदद के लिए सिख कोलिशन के पास पहुंचें। समूह ने कहा, सिख कोलिशन हमारे समुदाय की चिंताओं की ओर ध्यान खींचने के लिए संघीय अधिकारियों के संपर्क में है।

गौरतलब है कि अमेरिका के टेनेसी में दो सैन्य केंद्रों पर एक बंदूकधारी की गोलीबारी में चार मरीन मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि इस हिंसा की जांच घरेलू आतंकवाद के रूप में की जा रही है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमले में एक पुलिस अधिकारी, मरीन कोर भर्तीकर्ता और नौसेना का एक नाविक घायल हो गए। एफबीआई ने बंदूकधारी की पहचान मोहम्मद यूसुफ अब्दुलअजीज (24) के रूप में की, जो पुलिस के साथ हुई गोलीबारी में खुद भी मारा गया।

कल हुए इस हमले ने 2009 में फोर्ट हुड हिंसा और 2013 में वाशिंगटन के नेवी यार्ड हमले सहित अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठानों में हुई अन्य भीषण गोलीबारियों की याद दिला दी। दोनों हमलों में क्रमश: 13 और 12 लोगों की मौत हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस गोलीबारी को हदय विदारक बताया और अमेरिका के लोगों से पीड़ितों के संबंधियों के लिए प्रार्थना करने को कहा।

चैटानूगा के महापौर एंडी बर्के ने इस मामले में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तत्काल कार्रवाई किए जाने की सराहना करते हुए कहा, जो हुआ और हमारे देश की गौरवपूर्ण सेवा करने वालों के साथ जिस तरह से बर्ताव किया गया वह समझ से बाहर है। आज की रात चैटानूगा शहर के लिए बुरे सपने की तरह है।

टेनेसी के उस हिस्से के अमेरिकी संघीय वकील बिल किलियन ने कहा कि इस गोलीबारी मामले की जांच घरेलू आतंकवाद के तौर पर की जा रही है। एफबीआई के विशेष एजेंट एड रेनहोल्ड ने कहा, हम इसकी हर संभव दृष्टिकोण से जांच कर रहे हैं कि यह घरेलू, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद है या फिर एक सामान्य आपराधिक कृत्य।

अमेरिकी अटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच ने बताया कि एफबीआई हमारे सैन्यकर्मियों पर हुए इस जघन्य हमले की जांच करेगी। अब्दुलअजीज चैटानूगा के उपनगर में रहने वाला एक मुस्लिम था।

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